Jharkhand News: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन आज 47 साल के हो गये हैं. 10 अगस्त, 1975 को जन्में हेमंत सोरेन राज्य के दूसरी बार मुख्यमंत्री के तौर पर राज्य के विकास में महती भूमिका निभा रहे हैं. बुधवार को जन्मदिन के अवसर पर सीएम श्री सोरेन अपने पिता गुरुजी शिबू सोरेन और मां रूपी सोरेन से आशीर्वाद लिया.
आदिवासियों और मूलवासियों के हक-अधिकार के लिए हमेशा कार्यरत
माता-पिता से आशीर्वाद देते हुए गुरुजी सह राज्यसभा सांसद शिबू सोरेन ने कहा कि राज्य के गरीब, शोषित, वंचित आदिवासियों और मूलवासियों के हक-अधिकार के लिए झारखंड का बेटा हमेशा कार्य करता रहेगा. साथ ही कहा कि राज्य के विकास को लेकर निरंतर प्रयत्नशील रहने वाले हेमंत की दूरदृष्टि से राज्य का बेहतर विकास होगा.
रामगढ़ के नेमरा में हुआ जन्म
बता दें कि रामगढ़ जिला के नेमरा में जन्में हेमंत सोरेन झारखंड के दूसरी बार मुख्यमंत्री बने हैं. सबसे पहले जुलाई 2013 से दिसंबर 2014 तक राज्य के मुख्यमंत्री बने थे. वहीं, दूसरी बार 29 दिसंबर, 2019 को राज्य के पांचवें मुख्यमंत्री के तौर पर राज्य का कमान संभाल रहे हैं.
गरीबों के लिए पेट्रोल सब्सिडी, तो ग्रामीण महिलाओं को स्वावलंबी बनाने की कोशिश
दूसरी बार मुख्यमंत्री बनने के बाद राज्य के गरीब ग्रामीणों समेत अन्य लोगों के लिए कई विकास योजनाएं धरातल पर उतार रहे हैं. बढ़ती महंगाई से कुछ हद तक राहत देने के लिए गरीबों को पेट्रोल सब्सिडी योजना के तहत हर महीने 250 रुपये की राहत प्रदान कर रहे हैं. वहीं, किसानों को KCC लोन के अलावा ग्रामीण महिलाओं को सम्मानपूर्वक आजीविका प्रदान करने के उद्देश्य से फूलो झानो आशीर्वाद योजना की शुरुआत की.
राज्य वासियों के लिए खोले कई खजाने
सीएम हेमंत सोरेन ने राज्य वासियों को स्वावलंबी बनाते हुए राज्य को विकास के पथ पर अग्रसर करने के लिए कई योजनाओं की शुरुआत की है. वहीं, कई योजनाओं के माध्यम से लोगों को राहत भी प्रदान की है. इसके अलावा पहली बार झारखंड जनजातीय महाेत्सव का आयोजन कर एक छत के नीचे आदिवासी समाज की कला-संस्कृति को उभारने की कोशिश की. इस दौरान कई घोषणाएं भी की.
हेमंत सरकार की योजना और घोषणाएं
– 100 यूनिट तक बिजली मुफ्त
– अल्पकालिक कृषि ऋण राहत योजना
– झारखंड ओपेन यूनिवर्सिटी और ट्राइबल यूनिवर्सिटी
– सोना सोबरम धोती, साड़ी, लूंगी योजना
– गुरुजी स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना
– मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा पारदेशीय छात्रवृत्ति योजना
– तीन महीने के अंदर वन अधिकार के पट्टे को देना
– महाजनों से कर्ज लेने से बचने की अपील
– महाजनों से महंगे ब्याज पर लिए गये कर्ज को वापस नहीं करने की घोषणा
– आदिवासी परिवार में किसी की शादी या मृत्यु होने पर सामूहिक भोज के लिए 100 किलोग्राम चावल और 10 किलाग्राम दाल देने की घोषणा
– बिरसा हरित ग्राम योजना
– वीर शहीद पोटो हो खेल योजना आदि.
Also Read: World Indigenous Day 2022: महाजनों से महंगे ब्याज पर लिया कर्ज नहीं करें वापस, CM हेमंत ने की घोषणा
Posted By: Samir Ranjan.