रांची : गंभीर आर्थिक संकट से गुजर रही एचइसी की परेशानी बढ़ती जा रही है. कच्चे माल की कमी के कारण उपकरण का निर्माण कार्य निर्धारित समय पर नहीं हो पा रहा है. ऐसे में कार्यादेश देनेवाली कंपनी भी समय पर उपकरण की आपूर्ति के लिए एचइसी प्रबंधन पर दवाब बनाने लगी है. इस क्रम में सेल और रेलवे की ओर से बैंक गारंटी वापस ले ली गयी है.
सेल और रेलवे ने कुल 7.57 करोड़ रुपये का कार्यादेश वापस ले दिया है. सेल के बोकारो स्टील प्लांट ने एचइसी को कार्यादेश दिया था. एचइसी द्वारा समय पर उपकरण की आपूर्ति नहीं करने से कंपनी ने जमा की गयी सात करोड़ की बैंक गारंटी वापस ले ली है. वहीं, रेलवे से भी एचइसी को उपकरण बनाने का कार्यादेश मिला था.
जिसके एवज में एचइसी को 57 लाख रुपये की बैंक गारंटी दी गयी थी. इसे भी रेलवे ने वापस ले लिया है. वहीं, रेलवे की ओर से एक अन्य कार्यादेश के एवज में दी गयी 15 लाख की बैंक गारंटी वापसी का पत्र लिखा गया है.
एचइसी के अधिकारी ने बताया कि कार्यशील पूंजी के अभाव में कच्चे माल की घोर कमी हो गयी है. वहीं, 60 वर्ष पुरानी मशीनें समय-समय पर ब्रेकडाउन हो जा रही हैं. इसका असर उत्पादन पर पड़ रहा है और लागत भी अधिक आ जाती है. प्रबंधन ने इसकी जानकारी भारी उद्योग मंत्रालय को भी दी है. जब तक एचइसी को बैंक गारंटी या मशीनों का जीर्णोद्धार नहीं होता है, स्थिति में सुधार नहीं होगा.