Jharkhand news, ranchi news, hemant soren convoy attack case रांची : मुख्यमंत्री के कारकेड को किशोरगंज चौक के समीप में रोकने का प्रयास और हंगामा व मारपीट के साथ तोड़-फोड़ की घटना में कोतवाली और सुखदेवनगर थाना प्रभारी फंस सकते हैं. घटना के दौरान मामले में पुलिस पदाधिकारियों की लापरवाही के बिंदु पर जांच शुरू कर दी गयी है.
पुलिस अधिकारियों के अनुसार आरंभिक जांच में जानकारी मिली है कि घटना सुनियोजित थी. लोग पहले से सड़क के किनारे खड़े थे. मुख्यमंत्री के कारकेड को दूर से देखते ही लोग सड़क पर आने लगे. इसके अलावा वहां पहुंचने वाले विभिन्न थाना क्षेत्र के रहनेवाले हैं. अगर समय रहते इन पर कार्रवाई की जाती, तब ऐसी घटना नहीं होती.
लेकिन पुलिस ने शुरू में मामले को गंभीरता से नहीं लिया. मामले में लापरवाही के बिंदु पर साक्ष्य मिलने या किसी पुलिस पदाधिकारी की लापरवाही की बात सामने आने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है. वरीय पुलिस पदाधिकारी घटना को लेकर एक रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं, ताकि इसकी जानकारी पुलिस मुख्यालय के अधिकारियों को दी जा सके. हालांकि खबर लिखे जाने तक पुलिस मुख्यालय की ओर से एसएसपी को न तो जांच का आदेश दिया गया है और न ही कोई रिपोर्ट मांगी गयी है.
दूसरी ओर घटना की जांच के लिए एसएसपी ने सिटी एसपी के नेतृत्व में टीम का गठन किया है. टीम में कोतवाली एएसपी, सिटी डीएसपी और साइबर सेल की डीएसपी के अलावा राजधानी के कुछ थानेदारों को शामिल किया है. सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने प्रत्येक व्यक्ति की संलिप्तता पर साक्ष्य एकत्र करना शुरू कर दिया है. इसके अलावा टीम कुछ अन्य लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है.
रांची. झारखंड पुलिस एसोसिएशन ने किशोरगंज चौक पर ट्रैफिक थाना प्रभारी नवल किशोर सिंह पर हमला करनेवालों की गिरफ्तारी की मांग की है. इसके साथ ही ऐसे लोगों को सख्त सजा दिलाने की भी मांग की है, ताकि भविष्य के लिए लोगों को सबक मिल सके. पुलिस एसोसिएशन कार्यालय में मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में अध्यक्ष योगेंद्र सिंह, महामंत्री अक्षय कुमार राम ने संयुक्त रूप से उक्त बातें कही.
वरीय उपाध्यक्ष अखिलेश्वर पांडेय, उपाध्यक्ष अरविंद प्रसाद यादव, संयुक्त सचिव महताब आलम और प्रक्षेत्रीय मंत्री धर्मेंद्र सिंह मौजूद थे. एसोसिएशन के अनुसार सोमवार की शाम किशोरगंज चौक पर मुख्यमंत्री के कारकेड को रोकने का दुस्साहस आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों ने किया था, जिसका विरोध रांची पुलिस द्वारा किया गया. इसी दौरान ट्रैफिक थाना प्रभारी के साथ मारपीट की गयी. एसोसिएशन ने अपने सदस्यों से आग्रह किया है कि ऐसे असामाजिक लोगों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई की जाये.
Posted By : Sameer Oraon