रांची : झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन राज्य के प्रतिभाशाली छात्रों को विदेश में पढ़ने का मौका देने जा रहे हैं. कभी भी इसकी घोषणा हो सकती है. विश्वस्त सूत्रों से यह जानकारी मिली है. मुख्यमंत्री सचिवालय के सूत्रों का कहना है कि संथाली भाषा के ओलचिकी लिपि के प्रणेता रघुनाथ मुर्मू के नाम से एक स्कॉलरशिप शुरू की जायेगी. राज्य के प्रतिभाशाली छात्र-छात्राओं को इसका लाभ मिलेगा.
इस स्कीम के तहत प्रतिभाशाली युवा भारत के बाहर यूएसए की हार्वर्ड, मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआइटी), जॉन हॉपकिंस, कोलंबिया यूनिवर्सिटी समेत लगभग ढाई दर्जन विश्वविद्यालयों में उच्च शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे. राज्य सरकार की योजना इस मद में हर साल करीब 5 करोड़ रुपये खर्च करने की है. इस बाबत एक ड्राफ्ट तैयार हो चुका है, जिसे राज्य सरकार के पास मंजूरी के लिए भेजा गया है.
इस योजना का लाभ उन विद्यार्थियों को मिलेगा, जो मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक हैं. स्नातक में इन्हें कम से कम 55% अंक मिले हों, इस स्कॉलरशिप के लिए आवेदन कर पायेंगे. योजना का लाभ लेने की एक शर्त यह भी होगी कि उन्हें स्नातक या उसके समकक्ष की डिग्री अर्जित करने के बाद संबंधित काम में 3 साल या उससे अधिक का अनुभव हो. नेतृत्व करने और सामुदायिक सेवा का भी अनुभव होना चाहिए.
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मार्च महीने में आवेदन लिये जायेंगे और 3 चरणों में सेलेक्शन होगा. सबसे पहले तो आवेदक को अपनी प्राथमिकता के आधार पर प्रोग्राम का चयन करना होगा. इसके साथ कम से कम 2 रेफरल लेटर जोड़ना होगा. उसे डिग्री के प्रयोजन का डिटेल एप्लीकेशन के साथ जमा करना होगा.
यदि आवेदक का आवेदन मंजूर कर लिया जाता है, तो फिर उसका साक्षात्कार लिया जायेगा. अब तीसरे चरण में एक उच्चस्तरीय पैनल से उनका डिस्कशन होगा कि कोर्स पूरा करने के बाद झारखंड के समग्र विकास में वह किस तरह से अपना योगदान कर सकेंगे. इतना ही नहीं, कोर्स पूरा करने के बाद उन्हें अगले 3 साल तक झारखंड या उससे जुड़े विषयों को लेकर काम करना होगा.
रघुनाथ मुर्मू के नाम पर शुरू की जाने वाली स्कॉलरशिप का लाभ झारखंड के स्थानीय युवाओं को ही मिलेगा. 25 से 35 वर्ष के बीच की उम्र के विद्यार्थियों के लिए यह योजना शुरू की जा रही है. यह स्कॉलरशिप उच्चस्तरीय शिक्षा यानी मास्टर या पीएचडी की डिग्री हासिल करने के लिए दी जायेगी. हर साल 25 युवक-युवतियों को इसका लाभ मिलेगा. अलग-अलग चरणों से गुजरने के बाद उनका चयन किया जायेगा.
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झारखंड के विद्यार्थियों को अमेरिका की हार्वर्ड यूनिवर्सिटी, मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआइटी), जॉन हॉपकिंस, कोलंबिया यूनिवर्सिटी के अलावा यूके, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, सिंगापुर और नीदरलैंड जैसे देशों के अलग-अलग विश्वविद्यालयों में 21 विषयों की पढ़ाई का मौका मिलेगा.
झारखंड के विद्यार्थियों को अलग-अलग देशों के विश्वविद्यालयों में इकॉनोमिक्स, फॉरेस्ट कंजर्वेशन एंड इकोलॉजी, एंथ्रोपोलॉजी/सोशियोलॉजी, एग्रीकल्चर, आर्ट एंड कल्चर मैनेजमेंट, क्लाइमेट चेंज, एजुकेशन, पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन, वूमन इक्वैलिटी, जेंडर स्टडीज, सस्टेनेबल डेवलपमेंट जैसे विषयों की पढ़ाई के लिए स्कॉलरशिप मिलेगा.
Posted By : Mithilesh Jha