झारखंड की राजनीति व शासन-व्यवस्था के इतिहास में 17 नवंबर, गुरुवार का दिन एक अहम कड़ी के रूप में जुड़ गया है़ मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अवैध खनन मामले में प्रवर्तन निदेशालय (इडी) के समक्ष हाजिर हुए. इडी ने मुख्यमंत्री से नौ घंटे 40 मिनट तक पूछताछ की. इधर, यूपीए के मंत्री, विधायक व नेता मुख्यमंत्री आवास के सामने डटे रहे. केंद्र सरकार के खिलाफ बोले.
पेशी से पहले मुख्यमंत्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इडी के तरीके पर सवाल उठाया व राज्यपाल पर भी निशाना साधा. इडी के नाम चिट्ठी भी जारी की और फिर काफिले के साथ इडी कार्यालय पहुंचे. छोटे भाई बसंत मुख्यमंत्री को छोड़ने इडी कार्यालय तक गये. इधर, पूछताछ के दौरान ही रात लगभग नौ बजे उनकी पत्नी कल्पना सोरेन इडी कार्यालय पहुंचीं. मुख्यमंत्री उनके साथ ही इडी कार्यालय से बाहर आये. मुख्यमंत्री की पेशी को लेकर राज्य में राजनीतिक सरगरमी बढ़ गयी है. झामुमो के कार्यकर्ता कई जिलों से राजधानी में पहुंच गये हैं.
साहिबगंज में अवैध खनन के आरोप में गिरफ्तार पंकज मिश्रा के अवैध खनन में शामिल होने की जानकारी मुख्यमंत्री को नहीं थी. प्रेम प्रकाश के सिलसिले में पूछे गये सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें मैं नहीं जानता. अपने नाम पर माइनिंग लीज लेने के प्रश्न को यह कहते हुए टाल गये कि मामला सबज्यूडिस (न्यायालय में विचाराधीन) है. इसलिए इस मामले में कुछ भी कहना सही नहीं होगा.
साहिबगंज जिले में अवैध खनन के मामले में आठ माह की जांच पड़ताल के बाद इडी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को समन भेज कर पूछताछ के लिए 17 नवंबर को हाजिर होने का निर्देश दिया था. इडी द्वारा दूसरी बार समन जारी होने पर मुख्यमंत्री गुरुवार दोपहर करीब 12 बजे इडी कार्यालय पहुंचे. पूछताछ के दौरान ही रात नौ बजे सीएम की पत्नी कल्पना सोरेन इडी कार्यालय पहुंचीं. इसके 40 मिनट बाद रात 9.40 बजे मुख्यमंत्री पत्नी के साथ इडी कार्यालय से निकल गये.
पूछताछ के पहले चरण में इडी ने उनसे आर्थिक स्रोतों और बैंक खातों से संबंधित सवाल पूछे. इसके अलावा उनके पारिवारिक सदस्यों की आमदनी और संपत्ति से जुड़े कुछ सवाल पूछे गये. इडी के पदाधिकारियों ने यह भी पूछा कि क्या चुनाव के लिए नामांकन करते समय संपत्ति व आय से संबंधित ब्योरे में कोई तथ्य छूट गया था?
इडी के अधिकारियों ने सीएम को पंकज मिश्रा द्वारा 3.18 एकड़ क्षेत्रफल में अवैध खनन करने और 69.34 लाख सीएफटी पत्थर निकालने के अलावा साहिबगंज जिले से नौ लोडिंग प्वाइंट से दो साल में बगैर माइनिंग चालान के ही 3531 रैक पत्थर, स्टोन चिप्स बाहर भेजने की जानकारी दी. इडी ने यह जानना चाहा कि पंकज पर उनके इतने विश्वास की वजह क्या थी.
11:16 बजे : सीएम आवास में मुख्यमंत्री की प्रेस वार्ता
11:25 बजे : सीएम का प्रेस वार्ता खत्म.
11:39 बजे : सीएम आवास से मुख्यमंत्री इडी कार्यालय के लिए रवाना.
12.00 बजे : इडी दफ्तर पहुंचे मुख्यमंत्री.
02:15 बजे : दो बंडल दस्तावेज लेकर इडी दफ्तर पहुंचे कर्मी.
रात 09.00 बजे : हेमंत की पत्नी कल्पना सोरेन पहुंची इडी के दफ्तर.
रात 9.40 बजे : पत्नी के साथ सीएम इडी कार्यालय से बाहर आये.
रात 9:54 बजे : मुख्यमंत्री अपने आवास पहुंचे. इसके साथ ही यूपीए के मंत्री व विधायक वहां पहुंचने लगे.
हेमंत सोरेन देश के पहले मुख्यमंत्री हैं, जिनके कुर्सी पर रहते केंद्रीय एजेंसी ने पूछताछ की है. इडी अवैध खनन मामले में सीएम से पूछताछ कर रही है. झारखंड में अब तक दो पूर्व मुख्यमंत्री से केंद्रीय एजेंसी पूछताछ कर चुकी है. मधु कोड़ा से आय से अधिक संपत्ति के मामले में पूछताछ हुई थी, लेकिन वह तब मुख्यमंत्री नहीं थे. मुख्यमंत्री रहे शिबू सोरेन से भी सीबीआइ पूछताछ कर चुकी है.
इडी : आपको अपने विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा के अवैध खनन में शामिल होने और आपके नाम का इस्तेमाल कर लाभ लेने की जानकारी है या नहीं?
हेमंत : इससे संबंधित कोई जानकारी नहीं है.
इडी : छापामारी के दौरान पंकज मिश्रा के ठिकानों से आपके बैंक खाते से जुड़े ब्लैंक चेक बुक मिले. क्या कहना चाहेंगे?
हेमंत : वह चेकबुक चुनाव के दौरान होनेवाले खर्चों के लिए दिया गया था.
इडी : क्या पंकज की गिरफ्तारी के बाद आपने अवैध खनन से जुड़े मामले की जांच करायी?
हेमंत : अवैध खनन रोकने के लिए प्रशासन और संबंधित विभाग लगातार कार्रवाई करते रहे हैं.
इडी : सीएम आवास की सुरक्षा में तैनात गार्ड का एके-47 प्रेम प्रकाश के घर से मिला. प्रेम प्रकाश के साथ आपके क्या संबंध थे?
हेमंत : मैं किसी प्रेम प्रकाश को नहीं जानता.
इडी : आप कहते हैं प्रेम प्रकाश को नहीं जानता, तो सीएम आवास में तैनात जवान के हथियार उसके घर कैसे पहुंचे?
हेमंत : यह देखना राज्य के डीजीपी का काम है.
इडी : पूजा सिंघल पर गड़बड़ी के आरोप थे, फिर भी उन्हें माइनिंग जैसे महत्वपूर्ण विभाग की जिम्मेवारी क्यों दी गयी?
हेमंत : उन्हेंे विभाग चलाने की जिम्मेवारी दी गयी थी, उगाही के लिए नहीं भेजा गया था.
मुख्यमंत्री के छोटे भाई दुमका से विधायक बसंत सोरेन ने कहा कि राज्य में कुछ लोग बेवजह परेशान हैं. हम इसे परेशानी नहीं मानते हैं. हमारे साहेब एजेंसी के सामने गये हैं, अपनी सफाई देंगे. हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री हैं और वही रहेंगे. यह पूछे जाने पर की अगर नेतृत्व परिवर्तन हुआ, तो नेता कौन होगा. इस पर उन्होंने कहा कि जब इसकी बारी आयेगी, तो पार्टी विचार करेगी.
इडी के साथ मुख्यमंत्री की अच्छे माहौल में बात हुई .इडी के जो भी सवाल थे, उनका मुख्यमंत्री ने जवाब दिया. कल उन्हें नहीं बुलाया गया है. पर जब भी इडी को जरूरत होगी तो मुख्यमंत्री ने पूरे सहयोग का आश्वासन दिया है. अब हमें लग रहा है कि जांच सही दिशा में जाये, तो जांच की आंच षड्यंत्रकारियों के घर तक आयेगी और उनका पर्दाफाश होगा. मुख्यमंत्री आवास में इंतजार कर रहे यूपीए के मंत्री विधायकों वह अन्य नेताओं से हेमंत सोरेन ने मुलाकात की. पूछताछ के बाबत जानकारी दी .फिर सारे नेता अपने-अपने घर को चले गये.
– सु्प्रियो भट्टाचार्य, प्रवक्ता (झामुमो)