रांची: रांची स्मार्ट सिटी में अपोलो अस्पताल के निर्माण के लिए रांची नगर निगम और अपोलो हॉस्पिटल इंटरप्राइजेज लि, चेन्नई के बीच सबलीज डीड पर हस्ताक्षर किया गया. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की उपस्थिति में अपोलो प्रबंधन को स्मार्ट सिटी के एरिया बेस्ड डेवलपमेंट क्षेत्र में अस्पताल निर्माण के लिए 2.75 एकड़ जमीन 45 वर्षों के लिए सबलीज की गयी. वहां अपोलो प्रबंधन 250 बेड वाले मल्टी सुपरस्पेश्यालिटी अस्पताल का निर्माण करेगा. सबलीज की अवधि समाप्त होने पर कार्य की गुणवत्ता को देखते हुए उसे फिर से विस्तारित किया जा सकेगा. मुख्यमंत्री ने अपोलो प्रबंधन से अस्पताल जल्द शुरू करने का प्रयास करने को कहा. आगामी 15 नवंबर को राज्य स्थापना दिवस के दिन अस्पताल निर्माण के लिए भूमि पूजन करने का निर्देश दिया.
झारखंड में स्वास्थ्य व्यवस्था बहुत बेहतर नहीं रही है. वर्ष 2019 में सरकार गठन के साथ ही स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार करते हुए सरकारी अस्पतालों में इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत किया जा रहा है. जांच और इलाज की आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध करायी जा रही हैं. चिकित्सकों एवं पारा मेडिकल कर्मियों की नियुक्तियां हो रही हैं. साथ ही लोगों को बेहतर इलाज के लिए बड़े शहरों का रुख करने से रोकने के लिए निजी क्षेत्र के अस्पतालों को भी राज्य में स्थापित करने का प्रयास किया जा रहा है.
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अपोलो अस्पताल प्रबंधन ने मुख्यमंत्री को जल्द ही अस्पताल निर्माण कार्य शुरू करने का भरोसा दिलाया. कहा कि अस्पताल में स्थानीय लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया जायेगा.
विभिन्न विभागों में विशेषज्ञ चिकित्सकों के अलावा अस्पताल में सामान्य चिकित्सक और पारा मेडिकल कर्मी झारखंड के ही होंगे. उम्मीद जतायी कि अपोलो प्रबंधन के साथ किया गया समझौता राज्य में विश्वस्तरीय स्वास्थ्य सुविधा सुनिश्चित करायेगा. मौके पर मुख्यमंत्री के सचिव विनय कुमार चौबे, रांची नगर निगम के प्रशासक अमीत कुमार, सूडा के निदेशक अमित कुमार, रांची स्मार्ट सिटी कॉरपोरेशन के जीएम राकेश कुमार नंदकुलियार, अपोलो प्रबंधन, चेन्नई के वाइस प्रेसिडेंट डॉ करण ठाकुर व आर्किटेक्चरल कंसलटेंट रोशन जॉन चिरायत उपस्थित थे.
अस्पताल निर्माण के लिए रांची नगर निगम द्वारा अपोलो हॉस्पिटल इंटरप्राइजेज से चार सितंबर 2014 को ही करार किया गया था. उस समय नामकुम के घाघरा में अस्पताल निर्माण की योजना बनायी गयी थी. लेकिन, चयनित भूमि पर विवाद की वजह से अस्पताल का निर्माण शुरू नहीं हो सका. मुख्यमंत्री के निर्देश पर स्मार्ट सिटी के एबीडी क्षेत्र में अपोलो अस्पताल के लिए भूमि देने का फैसला किया गया.