राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीआरसी) के अध्यक्ष प्रियांक कानूनगो ने नगड़ी थाना क्षेत्र के कुटे में अवैध रूप से चल रहे बाल आश्रय गृह का औचक निरीक्षण किया. इसके बाद नगड़ी थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. शनिवार की शाम चार बजे अध्यक्ष श्री कानूनगो और राज्य बाल संरक्षण अधिकार आयोग की अध्यक्ष काजल यादव ने कुटे में स्थित गिरजा देवी शाहदेव राजकीय प्राथमिक विद्यालय में अवैध तरीके से चल रहे रैनबो बाल गृह का औचक निरीक्षण किया था.
पाया कि वर्तमान में वहां 55 बच्चे रह रहे हैं, जिन्हें स्कूल के सरकारी भवन में रखा जा रहा है. इसमें से चार बच्चों को बाल कल्याण समिति ने चुटिया के प्रेमाश्रय में रखने का आदेश दिया था. इसके बावजूद बच्चों को यहां रखा गया था. इन चारों का यहां कोई लिखित रिकाॅर्ड भी नहीं पाया गया. बाल गृह परिसर में एक नाबालिग बाहरी युवक से धारदार औजार से घास कटवाया जा रहा था.
परिसर की जांच के क्रम में वहां कफ सीरप की 17 बोतलें मिली. इसके साथ दवा का कोई परचा नहीं था. बाल गृह संचालक से संबंधित दस्तावेज की मांग की गयी, तो वह कोई उचित प्रमाण नहीं दे पाये. बाल गृह के नाम पर सरकार और विदेशों से भी फंडिंग ली जा रही है. रेनबो बाल गृह में पिछले वर्ष भी निरीक्षण के क्रम में पोक्सो का उल्लंघन पाया गया था. उस वक्त भी नगड़ी थाना में पोक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज कराया गया था.