Jharkhand Weather: झारखंड में मानसून सक्रिय है. पिछले 24 घंटे में राज्य में लगभग सभी स्थानों पर हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश हुई. कहीं-कहीं भारी और बहुत भारी बारिश हुई. जबकि एक-दो स्थानों पर अति भारी बारिश दर्ज की गई. राज्य में मानसून गतिविधि सक्रिय रही. सबसे अधिक वर्षा 212.4 मीमी पाकरटंड सिमडेगा में दर्ज किया गया. सबसे अधिक उच्चतम तापमान 37 जिग्री सेसि गोड्डा में जबकि सबसे न्यूनतम तापमान 22.3 डिग्री रांची में दर्ज किया गया. आज भी राज्य के कई जिलों में भारी बारिश की संभावना है. वहीं, 1 अगस्त को पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम, सरायकेला-खरसावां और सिमडेगा में और 2 अगस्त को गुमला, सिमडेगा व लोहरदगा में बहुत भारी बारिश की संभावना है. इसे लेकर विभाग ने इन जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है.
मौसम विभाग का पूर्नुमान:
1 और 2 अगस्त राज्य के लगभग सभी जिलों में हल्क से मध्यम दर्जे की बारिश के आसार हैं.
1 अगस्त को राज्य के पश्चिमी (गढ़वा, लातेहार, गुमला सिमडेगा) और निकटवर्ती मध्य भागों (पलामू, लातेहार, लोहरदगा व खूंटी) में कहीं कहीं भारी बारिश की संभावना है.
2 अगस्त को राज्य के दक्षिणी भागों (पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम, सरायकेला-खरसावां और सिमडेगा) और पश्चिमी भागों (गढ़वा, लातेहार, गुमला सिमडेगा) में कहीं कहीं भारी बारिश की संभावना है.
1 अगस्त को पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम, सरायकेला-खरसावां और सिमडेगा में बहुत भारी बारिश की संभावना है.
2 अगस्त को गुमला, सिमडेगा और लोहरदगा में बहुत भारी बारिश की संभावना है
3 अगस्त तक इस दौरान कहीं-कहीं गर्जन और वज्रपात की भी आशंका है.
3 अगस्त तक येलो अलर्ट जारी
वज्रपात की आशंका देखते हुए मौसम विभाग ने 3 अगस्त तक येलो अलर्ट जारी कर लोगों को सावधान किया है. विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे इस मौसम में वे सुरक्षित स्थान पर ही शरण लें. भूलकर भी बारिश से बचने के लिए पेड़ों के नीचे ना रहें और बिजली के पोल से दूर रहें. विभाग ने किसानों से भी खास अपील की है कि वे खेतों में तब तक ना जाएं जब तक मौसम सामान्य नहीं हो जाता.
अभी क्या है मानसून की स्थिति
अभी, बंगाल की उत्तरी खाड़ी के ऊपर बना दबाव 25 किमी प्रति घंटे की गति से उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ गया, गहरे दबाव में बदल गया और आज सुबह 08.30 बजे IST, 21.2 डिग्री उत्तर और देशांतर 91.2 डिग्री पूर्व, खेपुपारा (बांग्लादेश) से लगभग 160 किमी पूर्व दक्षिण-पूर्व और 420 पर केंद्रित है, दीघा (पश्चिम बंगाल) से किमी पूर्व, इसके उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और आज, 1 अगस्त की शाम तक खेपुपारा के पूर्व के करीब बांग्लादेश तट को पार करने की संभावना है. इसके बाद, अगले 24 घंटों के दौरान इसके गंगटिकपश्चिम बंगाल में पश्चिम उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना है. मानसून का पश्चिमी छोर घास के मैदान के समुद्र तल से हिमालय की तलहटी के करीब चलता है और पूर्वी छोर अब गोरखपुर, पटना, श्रीनिकेतन कैनिंग से होकर गुजरता है और वहां से पूर्व दक्षिणपूर्व की ओर बांग्लादेश तट से दूर बंगाल की पूर्वोत्तर खाड़ी पर गहरे दबाव के केंद्र तक पहुंचता है.
झारखंड में अब भी 49 प्रतिशत कम बारिश
मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, झारखंड में अब भी 44 प्रतिशत कम बारिश हुई है. एक जून से एक अगस्त तक 291.3 मिमी ही बारिश हुई है. जबकि, इस समय सामान्य बारिश रिकॉर्ड 517 मिमी है. झारखंड के 24 जिलों में चतरा जिला में सबसे कम बारिश हुई है. यहां अब भी 70 प्रतिशत बारिश कम हुई है. जबकि, सबसे अधिक बारिश साहिबगंज में हुई है. हालांकि, वह भी सामान्य से कम ही है. साहिबगंज में सामान्य से 10 प्रतिशत कम बारिश हुई है. हालांकि, बीते एक-दो दिन से मानसून सक्रिय रहने के कारण बारिश की कमी थोड़ी कम हुई है, लेकिन इससे यह नहीं कहा जा सकता कि किसानों की समस्या दूर हो जाएगी. उम्मीद की जा रही है कि झारखंड में मानसून सक्रिय रहने से बारिश की कमी दूर हो जाएगी.
मौसम विभाग ने 1 जून 2023 से 1 अगस्त 2023 तक हुई बारिश के आंकड़े जारी किये हैं. नीचे दिए चार्ट में आप देख सकते हैं कि अब तक झारखंड के किस जिले में कितनी बारिश हुई है-
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