Jharkhand Weather: झारखंड में मानसून एक बार फिर सक्रिय हो रहा है, ऐसे में राज्य के कई जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है. मौसम केंद्र रांची के मुताबिक, 29 जुलाई से 1 अगस्त तक राज्य के कई इलाकों में भारी बारिश का अनुमान है. दरअसल, उत्तरी ओडिशा, गैंग्टिक पश्चिम बंगाल और झारखंड के आसपास के क्षेत्रों में साइक्लोनिक सर्कुलेशन बन रहा है. इसी का असर राज्य के कई जिलो में दिखेगा.
किन जिलों में हो सकती है भारी बारिश
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक, 3 अगस्त तक राज्यभर में गर्जन के साथ हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश होगी. वहीं 29 जुलाई से 1 अगस्त तक राज्य के कई भागों में भारी वर्षा का अनुमान है. इस दौरान गर्जन और वज्रपात की आशंका है.
29 जुलाई के झारखंड के उत्तर पश्चिमी भाग यानी पलामू, गढ़वा, चतरा, कोडरमा, लातेहार और लोहरदगा में कहीं-कहीं भारी वर्षा की संभावना है.
30 जुलाई को राज्य के पश्चिमी यानी गढ़वा, लातेहार, गुमला सिमडेगा व निकटवर्ती मध्य भागों यानी पलामू, लातेहार, लोहरदगा और खूंटी में कहीं-कहीं भारी बारिश की संभावना है.
31 जुलाई को राज्य के पूर्वी मध्य भाग यानी बोकारो, रामगढ़, रांची, धनबाद, जामताड़ा और देवघर में कहीं-कहीं भारी वर्षा का अनुमान है.
जबकि 1 अगस्त को राज्य के उत्तर पश्चिमी यानी पलामू, गढ़वा, चतरा, कोडरमा, लातेहार और लोहरदगा में कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है.
29 जुलाई से 1 अगस्त तक येलो अलर्ट जारी
वज्रपात की आशंका देखते हुए मौसम विभाग ने 29 जुलाई से 1अगस्त तक येलो अलर्ट जारी कर लोगों को सावधान किया है. विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे इस मौसम में वे सुरक्षित स्थान पर ही शरण लें. भूलकर भी बारिश से बचने के लिए पेड़ों के नीचे ना रहें और बिजली के पोल से दूर रहें. विभाग ने किसानों से भी खास अपील की है कि वे खेतों में तब तक ना जाएं जब तक मौसम सामान्य नहीं हो जाता.
अभी क्या है मानसून की स्थिति
अभी उत्तरी ओडिशा और आसपास का निम्न दबाव क्षेत्र कम चिह्नित हो गया है. हालांकि, साइक्लोनिक सर्कुलेशन अब उत्तरी ओडिशा और गैंगटिक पश्चिम बंगाल और झारखंड के आसपास के क्षेत्रों पर स्थित है और औसत समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर तक फैला हुआ और ऊंचाई के साथ दक्षिण की ओर झुका हुआ है. औसत समुद्र तल पर मानसून गर्त अब गंगानगर, नारनौल, ग्वालियर, सीधी, अंबिकापुर, झारसुगुड़ा, चंदबली से होकर गुजरता है और वहां से दक्षिण-पूर्व की ओर बंगाल की पूर्व-मध्य खाड़ी तक जाता है और औसत समुद्र तल से 0.9 किमी ऊपर तक फैला हुआ है.
पिछले 24 घंटे में कमजोर रही मानसून की गतिविधि
पिछले 24 घंटे में राज्य में कई स्थानों पर हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश हुई. राज्य में मानसून की गतिविधि कमजोर रही. आज भी रांची समेत राज्य के कई जिलों में हल्की बारिश हुई. पिछले 24 घंटे में सबसे अधिक वर्षा पश्चिमी सिंहभूम के गोइलकेरा में दर्ज की गई. जबकि, सबसे अधिक उच्चतम तापमान 36.8 डिग्री गोड्डा में और सबसे कम न्यूनतम तापमान 23.2 डिग्री पश्चिमी सिंहभूम में चाईबासा में दर्ज किया गया.
झारखंड में अब भी 49 प्रतिशत कम बारिश
मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, झारखंड में अब भी 49 प्रतिशत कम बारिश हुई है. जबकि, झारखंड में मानसून आये करीब एक माह हो गया है. इसके बावजूद अब सामान्य से आधा के करीब ही बारिश हो पायी है. एक जून से 28 जुलाई तक 245.8 मिमी बारिश हुई है. जबकि, इस समय सामान्य बारिश रिकॉर्ड 478.3 मिमी है. झारखंड के 24 जिलों में चतरा जिला में सबसे कम बारिश हुई है. यहां अब भी 79 प्रतिशत बारिश कम हुई है. जबकि, सबसे अधिक बारिश साहिबगंज में हुई है. हालांकि, वह भी सामान्य से कम ही है. साहिबगंज में सामान्य से 9 प्रतिशत कम बारिश हुई है. आज को भी कई जगहों पर रुक-रुक कर बारिश हुई है. उम्मीद की जा रही है कि झारखंड में मानसून के दोबारा सक्रिय होने के बाद बारिश की कमी दूर हो जाएगी. मौसम विभाग ने 1 जून 2023 से 28 जुलाई 2023 तक हुई बारिश के आंकड़े जारी किये हैं. नीचे दिए चार्ट में आप देख सकते हैं कि अब तक झारखंड के किस जिले में कितनी बारिश हुई है-
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