Jharkhand news: झारखंड में पर्यटन के क्षेत्र में असीम संभावनाओं को देखते हुए अधिक से अधिक पर्यटकों को लाने और इससे रोजगार और स्वरोजगार के बढ़ते अवसर पर राजधानी रांची में चर्चा हुई. ‘झारखंड नेचर्स हिडेन ज्वेल’ विषय पर ‘देखो अपना देश’ नाम से सेमिनार के आयोजन में वक्ताओं ने पर्यटन स्थलों तक परिवहन व्यवस्था के साथ-साथ होटल और खानपान पर जोर दिया.
हुनर से रोजगार के बताए टिप्स
इस मौके पर पर्यटन मंत्रालय पूर्वी क्षेत्र के सचिव सागनिक चौधरी ने पर्यटन के क्षेत्र में झारखंड की बेहतर मार्केटिंग कैसे करें विषय पर चर्चा किया. उन्होंने झारखंड की कला संस्कृति, पर्यटन स्थल, पाक कला, सरकार द्वारा चलाए जा रहे निधि पोर्टल, प्रसाद एवं उत्सव पोर्टल के बार में भी बताया. इसके अलावा IITFFC, टूरिस्ट हेल्पलाइन नंबर 1800111363 के साथ-साथ मानव संसाधन विकास द्वारा IITM, FCI एवं IHM, रांची में पढ़ाए जा रहे डिग्री, डिप्लोमा कोर्स एवं कौशल विकास पाठ्यक्रम जैसे हुनर से रोजगार तक के बारे में जानकारी दी.
पर्यटन स्थल के विकास से स्वरोजगार के बढ़ेंगे अवसर
झारखंड के पर्यटन सचिव अमिताभ कौशल ने कहा कि राज्य में देवघर एवं बैद्यनाथ धाम जैसे कई धार्मिक समेत अन्य पर्यटन स्थलों के विकास पर सरकार लगातार प्रयास कर रही है. कोरोना काल में पर्यटन क्षेत्र भी प्रभावित हुआ था. लेकिन, अब धीरे-धीरे उसमें सुधार हो रहा है. राज्य में धार्मिक के साथ-साथ ऐतिहासिक पर्यटन स्थल भी है, जिसे विकसित करने पर राज्य सरकार लगी है. राज्य के पर्यटन स्थलों को विकसित करने से जहां पर्यटकों की संख्या में इजाफा होगा, वहीं स्वरोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे.
टूरिस्ट सर्किट के जरिए पर्यटन स्थलों को विकसित करने पर जोर
एसोसिएशन ऑफ टूर ऑपरेटर रवि गुसाईं ने कहा कि सरकार बेहतर स्कीम प्रदान करती है. हमें उनका सदुपयोग कर लाभकारी साबित करना होगा. टूरिस्ट सर्किट के जरिए पर्यटन स्थलों को विकसित किया जा सकता है. उन्होंने बताया कि अच्छी परिवहन व्यवस्था और आवास सुविधाओं के होने से देश- विदेश से अधिक से अधिक पर्यटक राज्य में आएंगे, इससे सरकार समेत लोगों को काफी लाभ मिलेगा. झारखंड पर्यटन के ओमकार ने कहा कि राज्य के पर्यटन स्थलों तक पहुंचने के लिए परिवहन व्यवस्था, आवास और सूचना केंद्रों के बारे में विस्तार से बताया.
झारखंड में पर्यटन के क्षेत्र में काफी संभावनाएं
IHM रांची के डॉ भुपेश कुमार ने झारखंड में आतिथ्य क्षेत्र में अवसर विषय पर चर्चा करते हुए बताया कि किसी भी राज्य का पर्यटन बेहतर होटलों के बिना नहीं चल सकता. राज्य में पर्यटन क्षेत्र में काफी संभावना है. आतिथ्य क्षेत्र एवं खुदरा क्षेत्र पर्यटन के लिए काफी लाभकारी साबित होगा. कहा कि सरकार द्वारा चलाये जा रहे निधि पोर्टल पर झारखंड के मात्र पांच होटल ही सूचीबद्ध है. समय की मांग को देखते हुए पर्यटकों को अधिक सुविधाएं मुहैया करनी होगी, जिससे पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी हाेगी. इससे रोजगार और स्वरोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे.
राज्य में पर्यटकों की संख्या में हो बढ़ोतरी, इसपर दिया गया जोर
संगोष्ठी में ‘ऑगमेंटिंग टूरिस्ट ट्रैफिक टू झारखंड- द वे फॉरवर्ड’ विषय पर पैनल चर्चा हुई. इस चर्चा में सुशील सिंह, संजीव बीयोट्रा, बीबी मुखर्जी, हेमंत मेहता एवं मानस मेहता उपस्थित हुए. धनबाद जिले के ट्रैवल ऑपरेटर संजीव बेत्रो ने बताया कि झारखंड में अवसरों की असीम संभावनाएं है. हमें उनका सदुपयोग करने की जरूरत है. राज्य में उपलब्ध सभी पर्यटन स्थल और कला संस्कृति को लोगों तक पहुंचाने की जरूरत है, ताकि पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी हो. वहीं, अमरदीप सहाय ने ट्रैवल एजेंट से अधिक से अधिक पर्यटकों को राज्य में लाने और यहां की कला-संस्कृति से रूबरू कराने का आग्रह किया, जिससे पर्यटक यहां आकर यहां के सुंदरता को देख सके. इसके अलावा अरुणा ने स्थानीय महिलाओं द्वारा संचालित आदिवासी पहल ‘आजा अंबा’ के बारे में बताया. संगोष्ठी का समापन ब्रज बिहारी मुखर्जी के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ.
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Posted By: Samir Ranjan.