रांची : झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि अब कोई भी महिला सड़क पर हड़िया बेचती नहीं दिखेगी. राज्य सरकार ने ये संकल्प लिया है. हड़िया बनाने और बेचने वाली महिलाओं को अब आजीविका से जोड़कर मुख्यधारा में लाया जायेगा. झारखंड मंत्रालय में आजीविका संवर्धन हुनर अभियान-ASHA एवं फूलो-झानो आशीर्वाद अभियान के शुभारंभ एवं पलाश-ब्रांड के अनावरण के मौके पर कल सीएम ने ये बातें कहीं.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि कोई भी महिला हड़िया-दारू बनाने और बेचने का कार्य मजबूरी में ही करती है. अभियान चलाकर ऐसी महिलाओं को रोजगार से जोड़ा जायेगा. राज्य सरकार द्वारा इसकी शुरुआत कर दी गयी है. मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज में हड़िया एक अभिशाप है. ये समाज को कैंसर की तरह जकड़ रहा है. राज्य में कई जगहों पर महिलाओं ने इसका विरोध भी किया है.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि उनकी सरकार ने ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कार्य करना शुरू कर दिया है. पलाश ब्रांड का सभी लोग उपयोग करें. यह ब्रांड अन्य ब्रांड से सस्ती भी है. वे स्वयं अपने घर में पलाश ब्रांड के उत्पाद का उपयोग करेंगे. उन्होंने लोगों से अपील की कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के बताए रास्ते पर चलकर ही हम आर्थिक रूप से सशक्त हो सकते हैं. इसलिए स्वदेशी अपनाना सभी का कर्तव्य है.
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मुख्यमंत्री ने ग्रामीण विकास विभाग के द्वारा संचालित किए जाने वाले आजीविका संवर्धन हुनर अभियान-ASHA, पलाश ब्रांड एवं फूलो-झानो आशीर्वाद अभियान के तहत राज्य के 17 लाख परिवारों को जोड़ने की पहल की सराहनीय की. उन्होंने कहा कि हाल के दिनों में राज्य सरकार द्वारा सखी मंडलों के आर्थिक सशक्तीकरण को लेकर 600 करोड़ रुपये दिये गये हैं. राज्य की महिलाएं एक-एक सीढ़ी आगे बढ़ रही हैं. इसे हम सभी को मिलकर गति देने का काम करना है.
Posted By : Guru Swarup Mishra