रांची: एचईसी (हेवी इंजीनियरिंग कॉरपोरेशन) को बचाने को लेकर I.N.D.I.A (इंडिया) गठबंधन की बैठक रांची के बिहार क्लब में झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता मुस्ताक आलम की अध्यक्षता में हुई. इसमें तय किया गया कि एचईसी को लेकर बड़ी लड़ाई लड़ी जाएगी. इसकी शुरुआत 14 सितंबर को राजभवन के समक्ष महाजुटान कर राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा जाएगा और एचईसी को चालू करने की मांग की जाएगी. 21 सितंबर को संसद के विशेष सत्र में संसद भवन के समक्ष इंडिया गठबंधन के राज्य नेतृत्वकर्ता व मजदूर संगठनों के नेतागण जंतर-मंतर पर धरना देंगे और प्रधानमंत्री से इस कारखाना को बचाने की मांग करेंगे. बैठक में कांग्रेस, झामुमो, राष्ट्रीय जनता दल, जनता दल यूनाइटेड, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी माले, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी), मार्क्सवादी को-ऑर्डिनेशन कमेटी, तृणमूल कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, अंबेडकर अधिकार मंच, साझा मंच आदि श्रमिक संगठनों के नेता सहित कई सामाजिक संगठनों के साथियों ने भाग लिया.
डुमरी में जीत की खुशी
डुमरी विधानसभा उपचुनाव में इंडिया गठबंधन से झामुमो की प्रत्याशी बेबी देवी की जीत पर गठबंधन के लोगों ने खुशी जाहिर करते हुए डुमरी की जनता को बधाई दी और कहा कि जुड़ेगा भारत तो जीतेगा इंडिया. डुमरी की जनता ने भारतीय जनता पार्टी समर्थित आजसू उम्मीदवार को पराजित कर इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार बेबी देवी को जिताया.
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बंदी के कगार पर एचईसी
बैठक में सर्वसम्मति से एचईसी (हेवी इंजीनियरिंग कॉरपोरेशन) को बचाने को लेकर संकल्प लिया गया. लोगों ने कहा कि वर्षों से ये बंदी के कगार पर है, जहां मजदूरों को रोटी के लाले पड़े हुए हैं. 20 महीने से अधिकारियों को तनख्वाह नहीं मिल रही है तो 18 महीने से मजदूरों को मजदूरी नहीं दी गई है, जिसके चलते मजदूरों में काफी आक्रोश है. नेताओं ने कहा कि हेवी इंजीनियरिंग कॉरपोरेशन को मदर इंडस्ट्री के नाम से जाना जाता है, लेकिन एक साजिश के तहत इसे बंद करने का प्रयास किया जा रहा है. आजादी के बाद रांची में बना पहला कारखाना है, जिसने पूरे देश में कारखानो का जाल बिछाया. आज केंद्र सरकार की सार्वजनिक उद्योग विरोधी नीति के कारण बंदी के कगार पर है.
बड़ी लड़ाई लड़ी जाएगी
बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि एचईसी को बचाने के लिए इंडिया गठबंधन श्रमिक संगठनों एवं सामाजिक संगठनों की संयुक्त पहल पर बड़ी लड़ाई लड़ी जाएगी. नेताओं ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार में देश के सारे सार्वजनिक कल कारखानों को कौड़ी की भाव बेचा जा रहा है. मुनाफे देने वाले बड़े कारखानो को बंद किया जा रहा है. आज देश, झारखंड और रांची की पहचान एचईसी को बचाने के लिए उपस्थित नेताओं ने अपने राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से भी अपील की कि इस कारखाना को अधिग्रहण कर राज्य सरकार इसे चलाए.
14 सितंबर को राजभवन के समक्ष महाजुटान
आज जिस इसरो के बल पर चंद्रयान के नाम को लेकर नरेंद्र मोदी नगाड़ा पीट रहे हैं, उसका लॉन्चिंग पैड भी इसी कारखाना ने बनाया है. आदित्य L1 के कुछ उपकरण भी यहीं बने हैं. इसीलिए इस कारखाना को बचाने के लिए राज्य में बड़ी लड़ाई लड़ी जाएगी. इसकी शुरुआत 14 सितंबर को राजभवन के समक्ष हजारों की संख्या में महाजुटान कर के राज्यपाल को ज्ञापन सौंपेंगे और एचईसी को चालू करने की मांग करेंगे. 21 सितंबर 2023 को संसद के विशेष सत्र में संसद भवन के समक्ष इंडिया गठबंधन के राज्य नेतृत्वकर्ता व मजदूर संगठनों के नेतागण जंतर-मंतर पर धरना देंगे और प्रधानमंत्री से इस कारखाना को बचाने की मांग करेंगे. कारखाना को बचाने को लेकर आने वाले दिन में बड़ी लड़ाई लड़ने की योजना बनाई गई.
इंडिया की बैठक में ये थे मौजूद
बैठक में सुबोध कांत सहाय, कांग्रेस विधायक राजेश कच्छप, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव महेंद्र पाठक, जिला सचिव अजय कुमार सिंह कृष्णदेव सिंह, अशोक यादव, भवन सिंह, धर्मवीर सिंह, जितेंद्र गुप्ता, सीपीएम के समीर दास, प्रफुल्ल लिंडा, वीरेंद्र कुमार, अमल आजाद, मार्क्सिस्ट कोऑर्डिनेशन कमेटी के सुशांतो मुखर्जी, भाकपा माले के शुभेंदु सेन और नंदिता भट्टाचार्य, कांग्रेस के जिला अध्यक्ष राकेश किरण महतो, राष्ट्रीय जनता दल के रंजन यादव, अनीता देवी, राजेश यादव, जनता दल यूनाइटेड के सरवन कुमार, सागर कुमार, आम आदमी पार्टी के संतोष कुमार सहित इम्तियाज़ खान, मोनिका, राकेश सिंह, राजन वर्मा और कई लोग मौजूद थे.