IRCTC/Indian Railways News, Jharkhand News, Ranchi News, रांची : झारखंड में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं. इसको नयी दिशा देने और पर्यटकों को यहां की खूबसूरती को दिखाने के उद्देश्य से विस्टाडोम कोच वाली ट्रेनों के परिचालन की मांग उठी है. इससे न सिर्फ पर्यटन बल्कि रेलवे को भी काफी लाभ मिलेगा. इस संबंध में रांची के सांसद संजय सेठ ने दिल्ली में रेलवे बोर्ड के चेयरमैन सुनीत शर्मा से भेंट की. इस दौरान रांची से यात्रियों के सुविधा को ध्यान में रखते हुए विभिन्न ट्रेनाें के परिचालन की मांग भी की गयी.
सांसद श्री सेठ ने बताया झारखंड में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं. देश के पर्यटन को नयी गति देने के लिए भारतीय रेल भी प्रमुख भूमिका निभा रही है. इसी कड़ी में यहां विस्टाडोम कोच वाली ट्रेन का परिचालन इस दिशा में बिल्कुल अभिनव प्रयोग है, जो भारतीय पर्यटन को एक नयी गति प्रदान कर रहा है.
सांसद श्री सेठ ने बताया कि झारखंड में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं. यहां विस्टाडोम कोच वाली ट्रेनों का परिचालन न सिर्फ पर्यटन बल्कि रेलवे के लिए भी काफी लाभदायक सिद्ध होगा. हटिया- राउरकेला, रांची- टोरी, रांची- टाटानगर और रांची- बोकारो जैसे रेलमार्गों के लिए विस्टाडोम कोच वाली ट्रेनों के परिचालन का प्रस्ताव पहले ही रांची डिवीजन से दक्षिण- पूर्व रेलवे मुख्यालय को भेजा जा चुका है. आज तक इस मामले में कोई सकारात्मक पहल नहीं हो पायी है.
Also Read: झारखंड में 15वें वित्त आयोग के संविदा कर्मियों की मानदेय पर लगी मुहर, जानें कितने मिलेंगे पारिश्रमिकइसके अतिरिक्त पतरातू से बरकाकाना या टोरी के माध्यम से अतिरिक्त मार्ग को भी पतरातू डैम जैसे क्षेत्र को पर्यटकों के आकर्षण से जोड़ने की योजना बनायी जा सकती है. इस दिशा में स्थानीय रेल प्रशासन से प्रस्ताव मंगवा कर कार्य किये जाने की आवश्यकता है, ताकि पर्यटकों को आने- जाने की सुविधा मिल सके.
भारतीय रेलवे ने एक ऐसी कोच तैयार की है, जिसमें बैठकर पर्यटन क्षेत्रों की अनोखी छटा को काफी सामने से महसूस कर सकेंगे. 44 सीटों वाला विस्टोडाेम कोच का निर्माण पर्यटकों को लुभाने के इरादे से बनायी गयी है. इस कोच में बड़े-बड़े ग्लास लगाये गये हैं, जिससे यात्री पर्यटन क्षेत्रों को बखूबी आनंद उठा सकते हैं. साथ ही पर्यटकों को यात्रा के दौरान कोई परेशानी ना हो, इसके लिए एयर स्प्रिंग सस्पेंशन लगाया गया है. इसके अलावा हर कोच में लंबी खिड़की वाला लाउंज और इलेक्ट्रॉनिक नियंत्रित वाली कांच की रूफ टॉप लगी है. इस ट्रेन की रफ्तार 180 किलोमीटर प्रति घंटे की है, जो यात्रियों को अलग तरह का ही अनुभव देता है.
उन्होंने रांची से देश के विभिन्न भागों के लिए ट्रेन परिचालन शुरू करने की मांग भी रेलवे बोर्ड के चेयरमैन सुनीत शर्मा से की है. उन्होंने कहा कि देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान कई ट्रेनों का परिचालन बंद हो गया था. लेकिन, अब स्थिति धीरे- धीरे सामान्य हो रही है, तो ऐसे में इन ट्रेनों का परिचालन जनहित में शुरू करना आवश्यक है.
इन ट्रेनों में ट्रेन संख्या (12877) रांची – नई दिल्ली गरीब रथ एक्सप्रेस, ट्रेन संख्या (22837) हटिया- एर्नाकुलम एक्सप्रेस, ट्रेन संख्या (22846) हटिया- पुणे एक्सप्रेस, ट्रेन संख्या (18605) रांची- जयनगर एक्सप्रेस, ट्रेन संख्या (18635) रांची- सासाराम इंटरसिटी एक्सप्रेस, ट्रेन संख्या (15661) रांची- कामाख्या एक्सप्रेस, ट्रेन संख्या (18603) रांची- भागलपुर वनांचल एक्सप्रेस, ट्रेन संख्या (18451) हटिया- पुरी तपस्विनी एक्सप्रेस, ट्रेन संख्या (18631) रांची- अजमेर शरीफ एक्सप्रेस, ट्रेन संख्या (18640) रांची- आरा एक्सप्रेस को दोबारा शुरू करने की मांग रेलवे बोर्ड के चेयरमैन सुनीत शर्मा से की गयी है.
Posted By : Samir Ranjan.