Jharkhand News, रांची न्यूज (सुबोध सिन्हा) : झारखंड के रांची जिले के इटकी प्रखंड स्थित यक्ष्मा आरोग्यशाला को सुपर स्पेशलिटी टीबी अस्पताल के रूप में विकसित किया जायेगा. यहां टीबी के अलावा सांस संबंधित सभी बीमारियों की इलाज की व्यवस्था होगी. स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह ने यह जानकारी रविवार को दी. उन्होंने इसके लिए इटकी आरोग्यशाला प्रशासन को मैन पावर व संसाधनों से संबंधित एक संक्षिप्त प्रतिवेदन देने का निर्देश दिया.
आरोग्यशाला की भूमि का सीमांकन कर नक्शा के साथ दस्तावेज उपलब्ध कराने का निर्देश सीओ को दिया गया. इस दौरान अपर मुख्य सचिव के समक्ष आरोग्यशाला प्रशासन द्वारा आरोग्यशाला को विकसित किये जाने को लेकर एक प्रोजेक्ट का प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया. अपर मुख्य सचिव के नेतृत्व में पहुंचे अधिकारियों के दल ने आरोग्यशाला का करीब चार घंटे तक निरीक्षण किया. इस दौरान आरोग्यशाला के क्रिया-कलापों व स्थिति की जानकारी के अलावा करीब नौ करोड़ की राशि से आरोग्यशाला में जारी उन्नयन कार्य, 150 बेड का निर्माणाधीन कोविड वार्ड, ऑक्सीजन प्लांट, देश के पूर्वी क्षेत्र का उच्चस्तरीय आईआरएल लैब व कोरोना जांच केंद्र सहित अन्य का गंभीरता से निरीक्षण किया गया.
प्रस्तावित मेडिको सिटी के लिए चिन्हित करीब एक सौ एकड़ भूमि का भी निरीक्षण किया गया. निरीक्षण के दौरान आरोग्यशाला की भूमि से संबंधित पूछे गए एक सवाल का स्पष्ट जवाब नहीं दिये जाने पर अपर मुख्य सचिव ने सीओ रश्मि लकड़ा को आड़े हाथों लिया, वहीं बीडीओ पंकज कुमार की अनुपस्थिति को लेकर स्पष्टीकरण पूछे जाने का निर्देश दिया. इसकी सूचना मिलते ही बीडीओ ने अपर मुख्य सचिव के समक्ष उपस्थित होकर आरोग्यशाला प्रशासन द्वारा इसकी सूचना नहीं दिये जाने की बातें कहीं.
निरीक्षण में स्वास्थ्य विभाग के सयुंक्त सचिव दिलेश्वर महतो, भवन निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता संजय कुमार सिंह, मेडिको सिटी के लिये दिल्ली से आये कंसल्टेंट अमित गोयल, सीओ रश्मि लकड़ा, बीडीओ पंकज कुमार, आरोग्यशाला उपाधीक्षक डॉ शकील अहमद, डॉ रेणु तिर्की सहित कई विभागों के अधिकारी शामिल थे.
Posted By : Guru Swarup Mishra