JAC 10th Result News (सुनील कुमार झा, रांची) : झारखंड एकेडमिक काउंसिल (JAC) की मैट्रिक परीक्षा नहीं होने की स्थिति में रिजल्ट का आधार क्या हो, इसको लेकर विचार-विमर्श शुरू हो गया है. स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग तथा झारखंड एकेडमिक काउंसिल द्वारा पहले CBSE द्वारा रिजल्ट तैयार करने को लेकर जारी किये गये मानदंड का अध्ययन किया गया.
इसके तहत पाया गया कि CBSE द्वारा रिजल्ट को लेकर तैयार किये गये मानदंड को राज्य में मैट्रिक के स्टूडेंट्स को पास करने के लिए लागू नहीं किया जा सकता है. झारखंड में मैट्रिक के स्टूडेंट्स को पास करने के लिए 9वीं बोर्ड परीक्षा को मैट्रिक के रिजल्ट का मूल आधार बनाया जा सकता है.
इसके अलावा 9वीं में स्कूल स्तर पर हुई परीक्षा को भी देखा जा सकता है. वर्ष 2021 की मैट्रिक परीक्षा में शामिल होनेवाले स्टूडेंट्स वर्ष 2019 में 9वीं के स्टूडेंट्स थे. ये स्टूडेंट्स वर्ष 2020 की कक्षा 9 की बोर्ड परीक्षा में शामिल हुए थे. कक्षा 9 में स्कूल स्तर पर भी परीक्षा लेने का प्रावधान है. बोर्ड परीक्षा के पूर्व स्कूल में भी परीक्षा हुई थी.
Also Read: झारखंड के गांवों में दो महीने में करीब 25 हजार ग्रामीणों की मौत, जानें स्वास्थ्य विभाग ने क्या कहा
वर्ष 2020 की कक्षा 9 की बोर्ड परीक्षा में शामिल होने के लिए 4.22 लाख स्टूडेंट्स ने आवेदन जमा किया था. जिसमें से 4.17 लाख स्टूडेंट्स परीक्षा में शामिल हुए थे. पिछले वर्ष की कक्षा 9 की बोर्ड परीक्षा में 97.42 फीसदी स्टूडेंट्स पास हुए थे.
CBSE द्वारा 10वीं के स्टूडेंट्स को पास करने के लिए रिजल्ट का जो आधार बनाया गया है, उसमें कक्षा 10 में स्टूडेंट्स की मिड टर्म एग्जाम, यूनिट टेस्ट और प्री-बोर्ड परीक्षा के अंक को देखा जा रहा है. इसके अलावा स्कूल के पिछले 3 साल के रिजल्ट में विषयवार बेस्ट रिजल्ट को भी देखने को कहा गया है. लेकिन, झारखंड में 17 मार्च, 2020 से स्कूल बंद है. इस दौरान स्कूल स्तर पर कोई परीक्षा नहीं हुई. यहां तक की प्री-बोर्ड परीक्षा भी आयोजित नहीं की जा सकी है. इस कारण CBSE की प्रक्रिया को जैक के स्टूडेंट्स के लिए लागू नहीं किया जा सकता है.
Posted By : Samir Ranjan.