JAC Board 10th, 12th Exam Result 2021, रांची न्यूज : झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) के मैट्रिक और इंटरमीडिएट के करीब 80 हजार छात्रों का रिजल्ट पेंडिंग हो सकता है. कोरोना की दूसरी लहर के कारण ये प्रैक्टिकल परीक्षा नहीं दे सके थे. इस कारण इनके रिजल्ट पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं. जल्द इनकी प्रैक्टिकल परीक्षा नहीं हुई, तो इनका रिजल्ट पेंडिंग हो सकता है. जैक अध्यक्ष अरविंद प्रसाद सिंह ने जानकारी दी है कि आपदा प्रबंधन विभाग से अनुमति मिलते ही नया शेड्यूल जारी कर परीक्षा ले ली जायेगी.
झारखंड स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने इन विद्यार्थियों की प्रैक्टिकल परीक्षा के लिए आपदा प्रबंधन विभाग से अनुमति मांगी है. जल्द अनुमति नहीं मिलने पर छात्र-छात्राओं का रिजल्ट पेंडिंग रह सकता है. आपको बता दें कि कोरोना की दूसरी लहर के कारण ये प्रैक्टिकल की परीक्षा नहीं दे सके थे. इधर, जैक द्वारा सभी छात्रों के प्रैक्टिकल और इंटरनल असेसमेंट का अंक तीन से 13 जुलाई तक अपलोड करने का निर्देश दिया गया है. मैट्रिक में 4.30 लाख, जबकि इंटरमीडिएट में 3.40 लाख परीक्षार्थी हैं. इनमें से करीब 80 हजार विद्यार्थी प्रैक्टिकल परीक्षा नहीं दे सके हैं.
कोरोना महामारी के कारण अप्रैल में ही प्रैक्टिकल की परीक्षा समय से पहले स्थगित कर दी गई थी. बाद में कोरोना के कारण मैट्रिक और इंटर की परीक्षा भी रद्द कर दी गई थी. नौंवी और 11वीं के रिजल्ट के आधार पर इसके परिणाम तैयार किए जा रहे हैं. इसमें थ्योरी पेपर के अंक जहां जैक देगा, वहीं प्रैक्टिकल और इंटरनल एसेसमेंट के अंक स्कूल देंगे. झारखंड के शिक्षा विभाग के अनुसार करीब 85 से 90 प्रतिशत छात्र-छात्राओं की प्रैक्टिकल परीक्षाएं हो चुकी हैं. 10 से 15 प्रतिशत परीक्षार्थी बच गए हैं.
कोरोना के बढ़ते संक्रमण के कारण पहले मैट्रिक और इंटरमीडिएट की परीक्षा स्थगित की गई थी. इसके बाद 10 जून को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने परीक्षा रद्द करने का निर्णय लिया. शिक्षा विभाग की ओर से 16 जून को परीक्षा रद्द करने की अधिसूचना जारी हुई. इसके बाद झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) ने 19 जून को स्कूलों से लेकर छात्रों और अभिभावकों को इसकी विधिवत जानकारी दी. एक जुलाई को मुख्यमंत्री ने जैक व शिक्षा विभाग के प्रस्ताव को मंजूरी दी. इसके बाद दो जुलाई को जैक ने 13 जुलाई तक छात्र-छात्राओं के प्रैक्टिकल और इंटरनल एसेसमेंट के अंक अपलोड करने का निर्देश जारी किया.
झारखंड एकेडमिक काउंसिल के अध्यक्ष अरविंद प्रसाद सिंह ने जानकारी दी है कि मैट्रिक और इंटरमीडिएट के करीब 10 फीसदी छात्र-छात्राएं प्रैक्टिकल की परीक्षा नहीं दे सके हैं. ऐसे में शिक्षा विभाग द्वारा आपदा प्रबंधन विभाग से अनुमति ली जा रही है और अनुमति मिलते ही प्रैक्टिकल परीक्षा का नया शेड्यूल जारी किया जायेगा.
Posted By : Guru Swarup Mishra