Jagarnath Mahto Health Latest Update: रांची : झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो की सेहत में काफी सुधार है. फेफड़े के संक्रमण को छोड़कर उनकी सारी रिपोर्ट नॉर्मल है. फेफड़े को ठीक होने में अभी थोड़ा वक्त लगेगा. उनका फेफड़ा बुरी तरह डैमेज हो चुका है. इसलिए उन्हें डीपली बेहोश करके रांची से चेन्नई ले जाया गया था. एक सप्ताह के बाद फेफड़े भी काम करने लगेंगे. ऐसा चेन्नई स्थित एमजीएम हॉस्पिटल के डॉक्टरों का कहना है.
शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो का इलाज कर रहे डॉ मुरली कृष्ण टी ने कहा है कि उनके लंग्स काफी डैमेज हो चुके हैं. फिलहाल मंत्री श्री महतो एकमो मशीन के सपोर्ट पर हैं. उन्हें जो नींद की दवा दी जा रही थी, अब कम कर दी गयी है., एंटीबायोटिक का डोज भी कम कर दिया गया है. ब्लड सैचुरेशन 100 फीसदी हो चुका है. इसलिए चिंता की बात नहीं है. जगरनाथ महतो जल्द स्वस्थ हो जायेंगे.
डॉक्टर मुरली कृष्णा ने कहा है कि जगरनाथ महतो का ब्लड प्रेशर भी अब सामान्य है. बाकी जांच रिपोर्ट भी नॉर्मल है. उन्हें नींद भी आ रही है और वह होश में भी हैं. हालांकि, अभी बात नहीं कर रहे हैं. शिक्षा मंत्री के चीफ सिक्यूरिटी ऑफिसर ने भी कहा है कि श्री महतो की सेहत में काफी सुधार है. वह बातों को समझ रहे हैं. बातचीत तो नहीं कर रहे हैं, लेकिन हाथ से इशारा जरूर कर रहे हैं.
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जगरनाथ महतो के साथ अस्पताल में मौजूद लोगों का कहना है कि जल्दी ही ठीक होकर वह घर लौट आयेंगे. उल्लेखनीय है कि 19 अक्टूबर को गंभीर हालत में कोरोना से संक्रमित शिक्षा मंत्री को एयर एंबुलेंस से चेन्नई शिफ्ट किया गया था. चेन्नई से रांची पहुंचे फेफड़ा रोग विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम की देख-रेख में उन्हें शाम 6:35 बजे एयर एंबुलेंस से भेजा गया था.
झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के डुमरी के विधायक जगरनाथ महतो में 28 सितंबर, 2020 को कोरोना के संक्रमण की पुष्टि हुई थी. इसके बाद उन्हें बोकारो से रांची स्थित राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (रिम्स) के कोविड केयर सेंटर में भर्ती कराया गया था. 1 अक्टूबर को सांस लेने में तकलीफ होने के बाद उन्हें मेडिका शिफ्ट कर दिया गया. यहां उनकी सेहत और बिगड़ गयी और 19 अक्टूबर को चेन्नई ले जाना पड़ा.
जगरनाथ महतो के फेफड़े ने काम करना पूरी तरह से बंद कर दिया गया था. पहले हाइ-फ्लो ऑक्सीजन पर और बाद में वेंटिलेटर पर रखा गया. लेकिन चेन्नई के स्पेशलिस्ट डॉक्टरों ने शिक्षा मंत्री का क्लिनिकल रिव्यू करने के बाद उन्हें एक्स्ट्रा कॉर्पोरियल मेम्ब्रेन ऑक्सीजेनेटर (एकमो) मशीन पर रखने की सलाह दी. एकमो मशीन पर ही उन्हें गहरी नींद की दवा देकर चेन्नई ले जाया गया. अब उनकी सेहत में काफी सुधार है.
Posted By : Mithilesh Jha