झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन (CM Hemant Soren) आदिवासियों के लिए KISS जैसे संस्थान का समर्थन करने के लिए तैयार है. दरअसल, ये बाते सीएम हेमंत सोरेन ने तब कही जब वह और उनकी पत्नी कल्पना सोरेन एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए ओडिशा गये हुए थे. बता दें कि इस कार्यक्रम में ओडिशा के केआईआईटी (KIIT) और केआईएसएस (KISS) संस्थानों के 40,000 आदिवासी छात्र एकत्र हुए थे. यहां कलिंग इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी और कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस के समारोह में जनजातीय छात्रों की भारी भीड़ से प्रभावित सोरेन ने कहा कि उनकी सरकार झारखंड में KISS जैसे संस्थान के लिए सहायता प्रदान करने में संकोच नहीं करेगी.
सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि इस संस्थान में छात्रों को पढ़ाया जाएगा, कौशल और तकनीकी प्रशिक्षण दिया जायेगा. उन्होंने कहा कि ऐसे संस्थान स्थापित करने से आदिवासी छात्रों के लिए शिक्षा तक पहुंच आसान हो सकती है. उन्होंने कहा कि ओडिशा और झारखंड वामपंथी उग्रवाद जैसी कुछ सामान्य समस्याओं को साझा करते हैं. इधर, कार्यक्रम में सीएम हेमंत सोरेन और उनकी पत्नी कल्पना सोरेन ने बच्चों के साथ खूब मस्ती किये. बच्चों के साथ खेलते और नाचते हुये नजर आये.
बता दें कि कलिंग सामाजिक विज्ञान संस्थान- KISS में KISS फाउंडेशन, KISS स्कूल और कॉलेज और KISS विश्वविद्यालय शामिल हैं। KISS Foundation भारत में एक NGO है जिसका मुख्यालय भुवनेश्वर, ओडिशा में है। स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय भोजन, शिक्षा और सशक्तिकरण के चौराहे पर स्थित इस पहल का शैक्षिक विंग है. 1992-93 में स्थापित एक उच्च शिक्षा संस्थान है. यह देश भर के वंचित आदिवासी समुदायों के छात्रों को शिक्षा प्रदान करता है.