रांची : झारखंड के चार जिलों रांची, पूर्वी सिंहभूम, बोकारो और धनबाद पर कोरोना का सबसे ज्यादा खतरा मंडरा रहा है. अगर आंकड़ों की बात करें, तो फिलहाल इन्हीं चार जिलों में सबसे ज्यादा एक्टिव मामले हैं. इनमें रांची में सबसे ज्यादा 774 संक्रमित हैं. इसके बाद पूर्वी सिंहभूम में 313, बोकारो में 113 व धनबाद में 111 संक्रमित हैं.
रिम्स के क्रिटिकल केयर विशेषज्ञ डॉ विजय मिश्रा कहते हैं- आनेवाले 60 दिन अहम हैं. इन दिनों ज्यादा सावधान और सतर्क रहने की आवश्यकता है. ठंड में वायरस के प्रसार का खतरा ज्यादा रहता है. फरवरी माह से ठंड कम होने पर स्थिति बेहतर हो सकती है.
विशेषज्ञों के अनुसार, चारों जिलों में सतर्कता बढ़ाने की आवश्यकता है. शहरी और सघन क्षेत्र होने से यहां लगातार खतरा बना हुआ है. अगर समय रहते सावधान नहीं हुए, तो फिर कोरोना वायरस मुश्किल हालात पैदा कर सकते हैं. तमाम एक्सपर्ट भी कोरोना को लेकर लोगों द्वारा लापरवाही बरते जाने को लेकर चिंता जता चुके हैं. इसके लिए लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है.
डॉक्टर लगातार कोरोना को लेकर जागरूक कर रहे हैं. उनका कहना है कि जब तक वैक्सीन नहीं आ जाता है, तब तक कि मास्क से ही बचाव होगा. घरों से निकलने के पूर्व मास्क लगाना जरूरी है. क्योंकि कोई भी एक व्यक्ति प्रभावित होने पर दूसरे कई लोगों को वायरस दे सकता है. उम्रदराज और कमजोर इम्युन सिस्टम वाले लोग इससे प्रभावित हो सकते हैं.
20 जिलों में संक्रमितों की संख्या कम हो गयी है. यहां एक्टिव केस कम हो गये हैं. राज्य के 13 जिलों में 50 से कम संक्रमित हैं. डॉ विजय मिश्रा ने बताया कि दुर्गापूजा, दीपावली व छठ पूजा में लोगों द्वारा बरती गयी सतर्कता से ही कोरोना के फैलाव मेें कमी आयी है. छठ पूजा में संक्रमितों की संख्या में वृद्धि होने की उम्मीद थी, लेकिन सतर्कता के कारण लोग बचे हुए हैं.
posted by : sameer oraon