जामताड़ा के करमाटांड़ थाना क्षेत्र निवासी साइबर अपराधी रामबाबू मंडल ने देश के विभिन्न राज्यों के करीब 24 हजार लोगों से ठगी की है. जांच के दौरान उसके खिलाफ विभिन्न राज्यों में साइबर फ्रॉड से संबंधित शिकायतें मिली है. इनमें से 200 मामलों में केस दर्ज हुआ था. जिसके कारण अब सीआइडी मुख्यालय की ओर से देश के सभी राज्यों की पुलिस को पत्राचार किया गया है.
जिसमें रामबाबू मंडल के द्वारा ठगी में प्रयोग किये जा रहे मोबाइल नंबर सहित अन्य बिंदु पर जानकारी दी गयी है, ताकि उसे संबंधित केस में रिमांड लेकर उसके खिलाफ कार्रवाई की जा सकें. उल्लेखनीय है कि राम बाबू मंडल केवाइसी अपडेट करने के नाम पर एचडीएफसी बैंक के खाता धारकों को इंटरनेट बैंकिंग के एंडरॉयड एप्लिकेशन का फेक एप्लिकेशन तैयार कर लिंक और एसएमएस भेजकर ठगी करता था.
इस बात की जानकारी मिलने के बाद सीआइडी और जामताड़ा पुलिस ने संयुक्त रूप से छापेमारी करके उसे 22 फरवरी 2023 को गिरफ्तार किया था. जिसके बाद उसके खिलाफ जामताड़ा थाना में आइटी एक्ट सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज हुआ था. केस दर्ज होने के बाद उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया था. केस के अनुसंधान के दौरान पूर्व में यह बात सामने आ चुकी है कि उसने करीब 10 हजार बैंक कस्टमर का डाटा हासिल किया था. उसकी योजना सभी कस्टमर को धीरे- धीरे लिंक और एसएमएस भेजकर ठगी करने की थी. लेकिन इससे पहले वह गिरफ्तार हो गया.
राम बाबू मंडल बैंक के फेक एप्लिकेशन से संबंधित एसएमएस और लिंक भेजकर लोगों से ठगी करता था. जिसमें वह लिखता था कि डियर यूजर योर एचडीएफसी एकाउंट हैज बीन ब्लॉक्ड. प्लीज अपडेट योर पैन कार्ड. जब लोग सहायता के लिए उक्त लिंक पर क्लिक करते थे. तब एचडीएफसी इंटरनेट बैंकिंग का फेक एप्लिकेशन संबंधित व्यक्ति के फोन में इंस्टॉल हो जाता था. जब लोग उस एप को खोलते थे. तब साइबर अपराधी द्वारा एकाउंट धारक का डाटा अपने डैस बोर्ड में सुरक्षित रख लिया जाता था. इसके बाद उनके एकाउंट से रुपये की निकासी कर ली जाती थी.