रांची : झारखंड की कृतिका पांडे को वर्ष 2020 का राष्ट्रमंडल लघुकथा पुरस्कार मिला है. इसके लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उन्हें बुधवार को ट्वीट करके बधाई दी. श्री सोरेन ने अपने ट्वीट में कहा, ‘राष्ट्रमंडल का यह वैश्विक पुरस्कार जीतने पर रांची की कृतिका पांडे को हार्दिक शुभकामनाएं. यह पुरस्कार राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय दोनों स्तरों पर इस बात का घोतक है कि झारखंड के युवा सभ क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रहे हैं.
कृतिका को जून, 2020 में एशिया क्षेत्र के लिए राष्ट्रमंडल लघुकथा पुरस्कार, 2020 देने की घोषणा की गयी. रांची की कृतिका पांडे को यह पुरस्कार उनकी कहानी ‘द ग्रेट इंडियन टी एंड स्नेक्स’ (The Great Indian Tee and Snakes) के लिए दिया गया है. वर्ष 2012 में इस पुरस्कार की शुरुआत हुई थी. यह सम्मान सर्वश्रेष्ठ लघुकथा के लिए दिया जाता है.
कॉमनवेल्थ फाउंडेशन द्वारा संचालित और वित्त पोषित अप्रकाशित लघु कथा के लिए यह पुरस्कार एशिया, पैसिफिक, अफ्रीका-कनाडा, यूरोप और कैरेबियन देशों के 5 क्षेत्रीय विजेताओं को प्रदान किया जाता है. कॉमनवेल्थ लघु कहानी प्रतियोगिता एक वार्षिक पुरस्कार है. यह राष्ट्रमंडल फाउंडेशन की सांस्कृतिक पहल कॉमनवेल्थ राइटर्स द्वारा चलाया जाता है.
वर्ष 2020 में रांची की कृतिका पांडे को कॉमनवेल्थ लघु कथा के लिए ओवरऑल विनर घोषित किया गया है. राष्ट्रमंडल फाउंडेशन द्वारा आयोजित लघु कथा के लिए 49 राष्ट्रमंडल देशों के 5,107 प्रतिभागियों ने भाग लिया था, जिसमें कृतिका ओवरऑल विनर बनीं.
पांच हजार पाउंड के इस पुरस्कार के लिए कृतिका पांडे की उस कृति को चुना गया है, जो गांव की एक हिंदू लड़की और मुस्लिम लड़के की कहानी बयां करती है. इसका अंत बेहद त्रासदीपूर्ण होता है. कृतिका की लघु कथा के बारे में कहा गया है कि यह आधुनिक भारत की सच्चाई को बयां करता है.
Posted By : Mithilesh Jha