Ranchi News: झारखंड सरकार को आदिवासियों की चिंता नहीं है. यह सरकार की कार्यप्रणाली से प्रतीत होता है. हेमंत सरकार के दो वर्ष पूरे हो रहे हैं, लेकिन अब तक तक सरकार के किसी प्रतिनिधि व अफसर ने जनजातीय मंत्रालय से संपर्क नहीं किया है. यही नहीं, केंद्रीय जनजातीय मंत्रालय ने हर प्रखंड में एकलव्य विद्यालय खोलने की योजना बनायी है. दूसरे प्रदेशों में इस पर तेजी से काम हो रहा है, लेकिन यहां सरकार मदद नहीं कर रही है. एकलव्य स्कूल खोलने की राह में रोड़े अटकाये जा रहे हैं. ये बातें केंद्रीय जनजातीय मामलों के मंत्री अर्जुन मुंडा ने शनिवार को भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा की कॉर्निवाल बैंक्वेट हॉल में आयोजित राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक में कहीं.
उन्होंने कहा कि स्कूल का लाभ प्रखंड के ही बच्चों को मिलेगा, लेकिन जब स्कूल खोलने की तैयारी शुरू हो रही, तो जमीन को लेकर पेच फंसाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस काल में आदिवासियों के नाम पर योजनाएं तो बनती थीं, लेकिन उसका लाभ कभी आदिवासियों को नहीं मिला. मोदी सरकार ने देश के 700 से ज्यादा जनजातीय समुदाय को सामूहिक रूप से आगे बढ़ाया है. केंद्र सरकार में जनजातीय समाज के आठ मंत्री हैं.
भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह सांसद समीर उरांव ने कहा कि भाजपा ने जनजातियों के उत्थान के लिए काम किया है. जब भी भाजपा की सरकार बनी, आदिवासियों के बारे में सोचा गया और उनके लिए योजनाएं बनी. नीतियों का निर्धारण हुआ. मोदी सरकार ने अपने मंत्रिमंडल में आदिवासी समुदाय को उचित भागीदारी दी. केंद्रीय कैबिनेट में आठ जनजातीय मंत्री बनाकर आदिवासियों को सम्मान दिया.
अपनी योजनाओं के माध्यम से आदिवासी समुदाय को आत्मनिर्भर बनाने का काम किया. उन्होंने कहा कि 100 करोड़ वैक्सीनेशन कर मोदी सरकार ने इतिहास बनाया, लेकिन विपक्ष भाजपा सरकार की योजनाओं और कार्यक्रमों को लेकर अफवाह फैला रही है. इन सब बातों को लेकर मोर्चा के कार्यकर्ताओं को गांव-गांव जाना होगा.
राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष शिवशंकर उरांव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश बदल रहा है. परिस्थितियां बदल रही हैं. देश आगे बढ़ रहा है. देश व राज्य की राजनीति में अनुसूचित जनजाति समुदाय की अहम भूमिका रहती है. ज्यादा जनजातीय सीट जीतने वाले दल की केंद्र व राज्य में सरकार बनती है. अगले विधानसभा में भाजपा राज्य की 28 एसटी सीटों पर जीत दर्ज करेगी.
भाजपा के राष्ट्रीय संगठक वी सतीश ने कहा कि एसटी मोर्चा के कंधे पर बड़ी जिम्मेवारी है. देश के जनजाति समाज के लिए सिर्फ सरकार के भरोसे नही रख सकते. इसमें जनजाति मोर्चा की भूमिका महत्वपूर्ण है. मोर्चा के कार्यकर्ताओं का कार्य सिर्फ राजनीतिक क्षेत्र में ही नहीं है. इनका काम जनजाति समाज के बीच नेतृत्व खड़ा करना भी है. जनजाति मोर्चा के कार्यकर्ता नये-नये शोध, मुद्दे व विभिन्न विषयों पर विचार करें.
केंद्रीय जनजाति कार्य मंत्रालय की राज्यमंत्री रेणुका सिंह ने कहा कि जानकारी के अभाव में योजनाओं का लाभ जिन लोगों तक पहुंचना चाहिए, वहां तक नहीं पहुंच रहा है. जनता को जागरूक करने की जिम्मेदारी जनप्रतिनिधियों पर है. कहा कि जनजातियों के साथ अन्याय न हो, उनकी संस्कृति की रक्षा हो. इसके लिए जनजाति कार्य मंत्रालय बनाया गया. वन धन, जनधन और पशु धन योजना से आदिवासी क्षेत्रों में विकास संभव है.
भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष रविवार को भाजपा एसटी मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में शामिल होंगे. वहीं, कार्यसमिति बैठक में शामिल होने आये नेता रविवार को सुबह 7.15 बजे कोकर स्थित भगवान बिरसा की समाधि स्थल जाकर श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे.
राज्यपाल रमेश बैस से शनिवार को केंद्रीय राज्यमंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते और रेणुका िसंह ने राजभवन में अलग-अलग मुलाकात की. यह उनकी शिष्टाचार भेंट थी. राज्यपाल ने केंद्रीय मंत्री से झारखंड के विकास पर चर्चा की. केंद्रीय मंत्री मुख्य रूप से भाजपा एसटी मोर्चा की बैठक में भाग लेने के लिए रांची में थे.
Posted by: Pritish Sahay