झारखंड की राजधानी रांची में मौसम बदल गया है. तेज हवाओं के साथ बादल गरजने लगे. आसमान में बादल छाए और थोड़ी देर बाद बारिश शुरू हो गई. वहीं, मौसम विभाग ने प्रदेश में तीन दिन तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग ने सोमवार (18 सितंबर) को स्पेशल बुलेटिन जारी करके यह चेतावनी दी है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के रांची स्थित मौसम केंद्र ने येलो अलर्ट जारी करते हुए यह भी बताया है कि जिन जिलों में वर्षा होगी, वहां क्या असर होगा. बारिश के प्रभाव से बचने के लिए लोगों को क्या करना चाहिए. मौसम विभाग के अलर्ट में कहा गया है कि सूबे में 20 से 22 सितंबर तक भारी वर्षा होगी. 20 सितंबर को सूबे के दक्षिणी और मध्य भागों में कुछ जगहों पर भारी बारिश होने की संभावना है. दक्षिणी तथा मध्य भागों में रांची, खूंटी, लोहरदगा, गुमला, सिमडेगा, पश्चिमी सिंहभूम, सरायकेला-खरसावां और पूर्वी सिंहभूम जिले आते हैं. इन जिलों में कहीं-कहीं भारी वर्षा होने की संभावना जताई है.
21 और 22 सितंबर को इन जिलों में होगी भारी बारिश
इसके अगले दिन 21 सितंबर को पश्चिमी तथा मध्य भागों में भारी वर्षा की चेतावनी मौसम विभाग ने दी है. कहा है कि इन जिलों में कुछ जगहों पर भारी वर्षा हो सकती है. पश्चिमी झारखंड में राजधानी रांची समेत नौ जिले (रांची, खूंटी, पश्चिमी सिंहभूम, सिमडेगा, गुमला, लोहरदगा, लातेहार, पलामू और गढ़वा) आते हैं. इसके बाद 22 सितंबर को उत्तर-पश्चिमी एवं उत्तर-पूर्वी भागों में वर्षा की चेतावनी दी गई है. उत्तर पश्चिमी हिस्से में गढ़वा, पलामू, लातेहार और सिमडेगा जिले हैं. वहीं, उत्तर-पूर्वी भाग में बाबानगरी देवघर, दुमका, जामताड़ा, पाकुड़, गोड्डा और साहिबगंज जिले आते हैं.
झारखंड के एक दर्जन से अधिक जिलों में भारी वर्षा का अलर्ट
इस तरह मौसम विभाग की चेतावनी के मुताबिक, तीन दिन में झारखंड के एक दर्जन से अधिक जिलों में भारी वर्षा होने की संभावना है. इस दौरान होने वाली बारिश की वजह से निचले इलाके में जलजमाव हो सकता है. कृषि और बागवानी फसल को नुकसान हो सकता है. हाल में जिन पौधों को रोपा गया है, उनको भी नुकसान हो सकता है. इसलिए किसानों को सावधानी बरतने की जरूरत है. जल निकासी की उचित व्यवस्था पहले से कर लेना चाहिए. पके हुए फल एवं सब्जियों की तुड़ाई करके सुरक्षित जगहों पर रख लेना चाहिए. साथ ही यह भी सलाह दी गई है कि जलजमाव वाले इलाके में जाने से बचें. कोई भी दुर्घटना हो सकती है.
मौसम खराब हो, तो घर से बाहर न निकलें : मौसम विभाग की सलाह
रांची स्थित मौसम केंद्र के पूर्वानुमान पदाधिकारी ने बताया है कि अगर मौसम खराब हो जाए, तो घर से बाहर निकलने से बचें. बहुत जरूरी न हो, तो खेत की ओर भी नहीं जाएं. बारिश के दौरान वज्रपात की भी आशंका रहती है. सो खराब मौसम के दौरान किसी पेड़ या बिजली के खंभे के नीचे या उसके आसपास न रहें. पक्के छत के नीचे चले जाएं, ताकि वज्रपात की स्थिति में आपको ज्यादा नुकसान न हो. बता दें कि पिछले 24 घंटे के दौरान झारखंड में कहीं-कहीं हल्के से मध्यम दर्जे की वर्षा हुई है. एक-दो जगहों पर भारी वर्षा भी हुई. सबसे अधिक 96 मिलीमीटर बारिश राजधानी रांची से सटे लातेहार जिले में हुई. इस दौरान सबसे अधिक तापमान 38 डिग्री सेंटीग्रेड गोड्डा में और सबसे कम न्यूनतम तापमान 22.4 डिग्री रांची में रिकॉर्ड किया गया.
24 घंटे में कमजोर रही मानसून की गतिविधि
मौसम विभाग ने बताया है कि झारखंड में 24 घंटे के दौरान मानसून की गतिविधि कमजोर रही. साथ ही यह भी बताया कि मानसून ट्रफ राजस्थान के जैसलमेर, अजमेर, मध्यप्रदेश के शिवपुरी, सीधी और झारखंड के डालटेनगंज एवं बंगाल के दीघा से होते हुए बंगाल की खाड़ी की ओर बढ़ रहा है. बंगाल की खाड़ी में साइक्लोनिक सर्कुलेशन के असर से अगले 48 घंटे के दौरान निम्न दबाव का क्षेत्र बन सकता है. इसका असर कई राज्यों में देखा जा सकता है.
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