आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (आइएसआइएस) के मोस्ट वांटेड आतंकी मो शाहनवाज को एनआइए की टीम ने सोमवार को दिल्ली के जैतपुर इलाके से गिरफ्तार किया. उसके दो सहयोगियों अरशद वारसी को मुरादाबाद और मो रिजवान अशरफ को लखनऊ से पकड़ा गया. एनआइए ने शाहनवाज पर तीन लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा था. एनआइए के अनुसार, इनके पास से आइइडी बनाने में इस्तेमाल होनेवाली सामग्री बरामद की गयी.
आरोपियों ने पूछताछ में स्वीकारा कि उन्होंने पश्चिमी और दक्षिणी भारत के विभिन्न इलाकों की रेकी की थी. वह पश्चिमी घाट क्षेत्र में अपना अड्डा बनाना चाहते थे. अधिकारियों ने बताया कि तीनों इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी कर चुके हैं. पेशे से इंजीनियर मो शाहनवाज का पूरा नाम सैशी उज्जमा आलम उर्फ अब्दुल्ला है. वह मूल रूप से झारखंड के हजारीबाग जिले के पेलावल का रहनेवाला है. इन दिनों वह अपने परिवार के साथ पुणे में ब्राइट फ्यूचर स्कूल के समीप रहता था. कुछ दिन पहले पुणे पुलिस की हिरासत से भागने के बाद वह दिल्ली के जैतपुर में छिपा था.
एनआइए मुंबई में भी दर्ज है केस :
शाहनवाज ने पुलिस और एनआइए से बचने के लिए जंगलों में समय भी बिताया था. उसके खिलाफ एनआइए मुंबई में भी केस दर्ज है.
सबसे पहले बाइक चोरी में आया था नाम
शाहनवाज का नाम सबसे पहले पुणे में एक बाइक चोरी में आया था. तब पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया था, जबकि शाहनवाज भाग निकला था. जांच में पता चला कि ये लोग ‘आइएसआइएस’ के स्लीपर सेल में काम करते थे. मामले की गंभीरता को देखते हुए केस महाराष्ट्र एटीएस को सौंप दिया गया. एटीएस ने कुछ लोगों को गिरफ्तार भी किया था. बाद में मामला एनआइए को ट्रांसफर कर दिया गया था.