योगेंद्र तिवारी सोमवार को भी इडी के सवालों से बचने की कोशिश करते रहे. शराब के व्यापार से जुड़े मामलों में भी उन्होंने सही-सही जानकारी नहीं दी. हालांकि, उन्होंने यह स्वीकार किया कि वर्ष 2021-22 में उन्हें शराब के थोक व्यापार का ठेका मिला था. 19 जिलों के थोक व्यापारियों के लिए एक जिले के एक ही बैंक से डिमांड ड्राफ्ट बनाये जाने से जुड़े सवाल पर उन्होंने सिर्फ अपनी कंपनी के नाम से बने ड्राफ्ट की जानकारी दी.
बाकी थोक व्यापारियों से अपना किसी तरह का व्यापारिक संबंध होने से इनकार किया. शराब के व्यापार में प्रेम प्रकाश की भूमिका के जुड़े सवालों को भी उन्होंने टालने की कोशिश की. इडी के बुलावे पर संजय मुन्नम भी पूछताछ के लिए हाजिर हुए. इडी ने शराब व्यापारियों के साथ उनके संबंधों को लेकर सवाल पूछे.
योगेंद्र तिवारी सोमवार को कुछ दस्तावेज लेकर आये थे, लेकिन उनमें से अधिकतर दस्तावेज इडी की मांग के अनुरूप नहीं थे. योगेंद्र तिवारी को पूछताछ और बयान दर्ज कराने के लिए मंगलवार को फिर बुलाया गया है. मंगलवार को उनके भाई अमरेंद्र तिवारी को भी पूछताछ के लिए हाजिर होना है.