रांची नगर निगम के वार्डों के आरक्षण के लिए प्रकाशित गजट में एक दर्जन से अधिक वार्ड ऐसे हैं, जिनको मिला महिला आरक्षित से बदलकर सामान्य या पुरुष से बदलकर महिला आरक्षित कर दिया गया है. महिला आरक्षित वार्ड को सामान्य करने से अब वहां महिलाओं के साथ पुरुष भी चुनावी दंगल में होंगे.
इनमें से ज्यादातर सीटों पर वर्तमान महिला पार्षद के पति या रिश्तेदार ही दावेदार होंगे. यही स्थिति उन वार्डों की भी है, जहां पुरुष पार्षदों की सीट महिलाओं के लिए आरक्षित कर दी गयी है. इन सीटों पर वर्तमान पार्षदों की पत्नियों के चुनाव लड़ने की घोषणा लगभग हो चुकी है. कई पुरुष पार्षदों ने तो अपनी पत्नियों के नाम पर पंपलेट व पोस्टर छपवा कर प्रचार भी शुरू कर दिया है.
वार्ड नं-01: वार्ड एक के वर्तमान पार्षद नकुल तिर्की हैं. लेकिन इस बार इनके वार्ड को महिला के लिए आरक्षित कर दिया गया है. ऐसे में श्री तिर्की इस बार अपनी पत्नी सुनीता तिर्की को चुनावी मैदान में उतारेंगे.
वार्ड नं-02 : वर्तमान में इस वार्ड के पार्षद गुंदरा उरांव हैं. इस बार यह वार्ड भी महिला के लिए आरक्षित है. ऐसे में वर्तमान पार्षद इस सीट पर अपने किसी रिश्तेदार को ही चुनाव मैदान में उतारने की तैयारी में हैं.
वार्ड नं-05 : वर्तमान में इस वार्ड की पार्षद गायत्री देवी हैं. पूर्व में यह वार्ड एससी महिला के लिए आरक्षित था. लेकिन इस बार यह वार्ड एससी अन्य के लिए आरक्षित है. मतलब अब इसमें एससी महिला पुरुष कोई भी चुनाव लड़ सकता है. चुनाव कौन लड़ेगा के संबंध में पार्षद गायत्री देवी ने कहा कि चुनाव मैदान में कोई न कोई जरूर उतरेगा. लेकिन कौन उतरेगा. इसका फैसला हमलोग घर में ही बैठक करके ले लेंगे.
वार्ड नं-10 : वार्ड नं 10 के वर्तमान पार्षद अर्जुन यादव हैं. लेकिन इस बार यह वार्ड महिला के लिए आरक्षित हो गया है. ऐसे में इस बार पार्षद अपनी पत्नी संगीता देवी को चुनावी मैदान में उतारेंगे. श्री यादव कहते हैं कि पांच साल तक बहुत मेहनत किये हैं. ऐसे में चुनाव नहीं लड़ने का तो सवाल ही नहीं उठता है.
वार्ड नं-14 : वार्ड नं 14 के वर्तमान पार्षद दिनेश राम हैं. लेकिन इस बार उनका वार्ड महिला के लिए आरक्षित कर दिया गया है. ऐसे में श्री राम इस बार अपनी पत्नी रुपा रानी को चुनावी मैदान में उतारेंगे. इस संबंध में पार्षद दिनेश राम ने कहा कि पत्नी अभी मायके गयी हुई है. लेकिन चुनावी मैदान में पत्नी को उतारेंगे.
वार्ड नं-20 : वार्ड 20 के पार्षद वर्तमान में सुनील यादव मामा हैं. इस बार उनके इस सीट को महिला के लिए आरक्षित कर दिया गया है. इसलिए इस बार वे अपनी पत्नी निकिता देवी को चुनावी मैदान में उतारेंगे. सीट के महिला हो जाने के सवाल पर पार्षद कहते हैं कि जेएमएम सरकार की साजिश है. यह सरकार चाहती ही नहीं है कि बीजेपी समर्थित कोई पुरुष पार्षद आगे बढ़े. इसलिए सीट को महिला के लिए आरक्षित कर दिया गया है.
वार्ड नं-26 : वार्ड 26 के वर्तमान पार्षद अरुण कुमार झा हैं. पिछले दो बार से लगातार पार्षद चुने जाते रहे. लेकिन इस बार यह सीट महिला के लिए आरक्षित है. इसलिए इस बार चुनावी मैदान में वे अपनी पत्नी बिट्टो कुमारी को उतारेंगे. श्री झा कहते हैं कि पांच साल खुन पसीना एक कर दिये थे. ऐसे में चुनाव नहीं लड़ने का तो सवाल ही नहीं उठता है.
वार्ड नं-31 : वार्ड नं 31 के वर्तमान पार्षद अशोक यादव हैं. पिछले तीन बार से ये लगातार पार्षद चुने जा रहे थे. लेकिन इस बार इनका यह वार्ड महिला के लिए आरक्षित हो गया है. ऐसे में पार्षद अशोक इस बार भी यह सीट किसी दूसरे के पास जाने नहीं देना चाहते हैं. इसलिए इस बार वे भी अपनी पत्नी रिंकी देवी को चुनावी मैदान में उतारेंगे.
वार्ड नं-34 : वार्ड 34 के वर्तमान पार्षद विनोद सिंह हैं. लेकिन इस बार के चुनाव में इनकेे वार्ड को महिला के लिए आरक्षित कर दिया गया है. इसलिए इस बार वे अपनी पत्नी सीमा सिंह को चुनावी मैदान में उतारेंगे. विनोद सिंह कहते हैं कि जनता केे लिए इतना काम किये हैं. अगर इस बार हमारे परिवार से कोई चुनाव नहीं लड़ा तो इनका आवाज उठाने वाला कोई नहीं रह जायेगा. इसलिए पत्नी को चुनावी मैदान में उतारेंगे.
वार्ड नं-37 : वर्तमान में इस वार्ड के पार्षद आनंद मूर्ति हैं. लेकिन इस बार यह वार्ड महिला के लिए आरक्षित है. ऐसे में आनंद मूर्ति इस बार अपनी पत्नी ज्योति सिंह को चुनावी मैदान में उतारेंगे. पार्षद कहते हैं कि अगर इस बार उनकी पत्नी चुनावी मैदान में नहीं उतरी तो वार्ड में गुंडा लोग का राज हो जायेगा. इसलिए पत्नी को मैदान में उतारना जरूरी है.
वार्ड नं-52 : वार्ड नं 52 के वर्तमान पार्षद निरंजन कुमार हैं. इस बार उनका भी वार्ड महिला के लिए आरक्षित है. ऐसे में श्री कुमार इस बार अपनी पत्नी शिल्पा कुमारी को चुनावी मैदान में उतारेंगे.