Jharkhand Niyojan Niti: झारखंड में 60/40 आधारित नई नियोजन नीति का कई छात्र संगठन विरोध कर रहे है. झारखंड स्टेट स्टूडेंट यूनियन के द्वारा बजट सत्र के आखिरी दिन विधानसभा घेराव कर अपना विरोध दर्ज कराया गया. साथ ही छात्रों के द्वारा डिजिटल आंदोलन भी किया गया. ट्विटर पर #60_40 नाय चलतो के नारे के साथ सरकार की नई नीति का जमकर विरोध हुआ और करीब साढ़े तीन लाख ट्वीट किए गए. लेकिन अब छात्र संगठनों में दो मत सामने आ रहे है. पूरा विरोध दो गुट में बंट गया है.
झारखंड स्टेट स्टूडेंट यूनियन ने स्थगित किया प्रदर्शन
जानकारी हो कि झारखंड यूथ एसोसिएशन और झारखंड स्टेट स्टूडेंट यूनियन ने बीते कुछ दिनों पहले नई नियोजन नीति के विरोध में 8 अप्रैल को मुख्यमंत्री आवास घेराव, 9 अप्रैल को मशाल जुलूस और आगामी 10 अप्रैल को झारखंड बंद आहूत किया था. लेकिन, राज्य के शिक्षा मंत्री रहे जगरनाथ महतो के निधन के बाद झारखंड स्टेट स्टूडेंट यूनियन ने प्रेस वार्ता बुला यह ऐलान किया कि जगरनाथ महतो के सम्मान में कार्यक्रम को स्थगित कर दिया गया है. और 19 अप्रैल को झारखंड बंद बुलाया गया है.
कई छात्र संगठनों ने 10 अप्रैल को बुलाया झारखंड बंद
इसके बाद झारखंड यूथ एसोसिएशन ने बीते शनिवार को प्रेस वार्ता कर यह जानकारी दी कि उनके द्वारा झारखंड बंद तय तारीख को ही किया जाएगा. साथ ही केंद्रीय संयोजक इमाम सफी ने कहा कि कहा कि हमने तैयारी कर ली है और हम अडिग है. बता दें, 10 अप्रैल को आहूत झारखंड बंद को झारखंड यूथ एसोसिएशन, झारखंड उलगुलान मार्च, पंचपरगना फाइटर, आदिवासी छात्र संघ, आमया, आदिवासी सेंगेल अभियान व अन्य आदिवासी-मूलवासी संगठनों ने इसे समर्थन दिया है.
Also Read: छात्रों का झारखंड बंद 10 अप्रैल को, इन संगठनों का भी है समर्थन प्राप्त
विवाद से पड़ेगा गहरा प्रभाव
ऐसे में यह साफ तौर पर कहा जा सकता है कि झारखंड में नई नियोजन नीति का विरोध कर रहे छात्रों में आपस में विवाद हो गया है. दो अलग-अलग विचार और नेतृत्व के साथ यह प्रदर्शन चल रहा है. ऐसे में इस विरोध में मजबूती जस की तस रहती है, बढ़ती है या घटती है, यह आने वाला समय बताएगा. फिलहाल, सोमवार को झारखंड बंद है, जिसमें झारखंड स्टेट स्टूडेंट यूनियन हिस्सा नहीं ले रही है.