कांग्रेस से निलंबित विधायक इरफान अंसारी ने राज्य में उत्पन्न सियासी संकट में हेमंत सरकार को साथ देने की बात कही है. उन्होंने प्रभात खबर से खास बातचीत करते हुए कहा कि जब जब हेमंत सरकार पर संकट आयी है तब मैं उनके साथ रहा हूं. इस बार भी मैं उनके साथ हूं. कुछ लोगों ने उनके साथ मेरे संबंध खराब करने की कोशिश की. आपको बता दें कि वे गुरुवार सुबह यूपीए विधायक दल की बैठक में भाग लेने सीएम आवास पहुंचे थे.
जामताड़ा विधायक इरफान अंसारी ने कैशकांड मामले पर पक्ष रखते हुए इसे अपने खिलाफ साजिश बताया. उन्होंने प्रभात खबर से बात करते हुए कहा कि राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता करना एक बात है लेकिन इस तरह बिना सबूत के प्राथमिकी दर्ज करना उचित नहीं है. उन्होंने कहा कि अगर हम एक हो जाये तो हमारे सामने कोई पार्टी नहीं टिकेगी.
लेकिन हमलोग अपने में ही एक दूसरे से लड़ रहे हैं. हमारी लड़ाई भाजपा से है लेकिन हमलोग आपस में ही लड़ रहे हैं. हम आपस में ही एक दूसरे को नीचा दिखाने का काम कर रहे हैं, हमलोग साड़ी लेने के लिए कोलकाता गये थे. हमलोगों ने एक एक चीज का हिसाब आयकर विभाग को दिया है. लेकिन ये अफवाह फैला दिया गया कि हमलोग सरकार गिरा रहे थे. हमारे घर पुलिस जांच करने गयी थी. मेरे पिताजी ने सालों तक जनता की सेवा की लेकिन मेरे घर कभी पुलिस नहीं आयी.
आपको बता दें वे कल कांग्रेस विधायक दल की बैठक में शामिल नहीं हुए थे. जब इस बाबत उनसे सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा सस्पेंड होना एक बात है. हमलोगों को पार्टी की तरफ से कोई सूचना नहीं मिली तो हमलोग अपने क्षेत्र में थे. जब हमलोगों को यूपीए विधायक दल की होने वाली बैठक में शामिल होने को कहा गया तब हमलोग यहां पर उपस्थित हुए हैं.
रिपोर्ट- सुनील चौधरी, समीर रंजन