रांची : राज्य के सरकारी विद्यालयों में चार फरवरी से कक्षाएं शुरू हो जायेंगी. आपदा प्रबंधन विभाग के निर्देश के अनुसार, राज्य के कुल 24 में से 17 जिलों में कक्षा एक से और सात जिलों में कक्षा नौ से 12 वीं तक के बच्चों के लिए कक्षाएं शुरू की जायेंगी. कक्षा एक से पांचवीं तक के बच्चे 22 माह बाद विद्यालय आयेंगे.
वहीं कक्षा नौ से ऊपर के विद्यार्थी एक माह बाद क्लास करेंगे. विद्यालयों का संचालन पूर्व की भांति सुबह आठ से दोपहर दो बजे तक किया जायेगा. विद्यालयों में मध्याह्न भोजन योजना भी शुरू होगी. यह जानकारी शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने बुधवार को अपने आवास पर आयोजित प्रेस वार्ता में दी.
शिक्षा मंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण की दर को देखते हुए रांची, पूर्वी सिंहभूम, देवघर, चतरा, सिमडेगा, सरायकेला-खरसावां और बोकारो में कक्षा नौ से 12वीं तक की कक्षाएं संचालित होंगी. मैट्रिक व इंटर की परीक्षा समय पर होगी. विद्यालय स्तर सभी परीक्षाएं ऑफलाइन होंगी. परीक्षा मार्च में होने की संभावना है. विद्यालय संचालन व परीक्षा के दौरान कोविड से बचाव को लेकर दिये गये निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित किया जायेगा.
शिक्षा विभाग द्वारा स्कूल संचालन को लेकर जारी निर्देश में कहा गया है कि ऑफलाइन कक्षा के साथ पूर्व की भांति ऑनलाइन कक्षा भी संचालित होगी. बच्चों के स्कूल आने के लिए अभिभावक का सहमति पत्र अनिवार्य होगा. इस संबंध में विभाग द्वारा फॉर्मेट भी जारी किया गया है.
प्रार्थना सभा तथा सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं होगा. बच्चों को टिफिन बाॅक्स लाने की अनुमति दी गयी है. विद्यालयों में साबुन से हाथ धोने की सुविधा की व्यवस्था करने को कहा गया है. खेल व अन्य गतिविधि जिसमें भीड़भाड़ होने की संभावना हो, उस पर रोक लगायी गयी है.
विद्यालय स्तर पर होनेवाली सभी परीक्षाएं ऑफलाइन आयोजित होंगी
शिक्षा मंत्री ने कहा : ऑफलाइन होगी मैट्रिक और इंटर समेत सभी परीक्षाएं
बच्चों के विद्यालय आने के लिए अनिवार्य होगी अभिभावकों की सहमति
विद्यालयों का संचालन पूर्व की भांति सुबह आठ से दोपहर दो बजे तक होगा
शिक्षकों के लिए बाॅयो-मीट्रिक उपस्थिति अनिवार्य होगी
बच्चों को एक बार फिर से स्कूल में मध्याह्न मध्याह्न भोजन दिया जायेगा. विभाग द्वारा विद्यालय खोलने को लेकर जारी पत्र में कहा गया है कि जिन विद्यालयों में मध्याह्न भोजन योजना लागू है, वहां पर विद्यार्थियों को पका हुआ भोजन दिया जायेगा. अब बच्चों को प्रतिदिन अंडा दिया जायेगा. वर्तमान में बच्चों को सप्ताह में दो दिन अंडा दिया जाता था.भोजन पकाने तथा सहयोग करनेवाले सभी कर्मियों के लिए कोविड टीकाकरण अनिवार्य होगा. अब शिक्षकों के लिए बॉयो-मीट्रिक उपस्थिति अनिवार्य होगी.
कोविड-19 के बाद राज्य में पहली बार 17 मार्च 2020 को विद्यालयों को बंद किया गया था. इसके बाद कक्षा एक से पांचवीं तक के बच्चों के लिए स्कूल नहीं खुला था. हालांकि ऊपर की कक्षाओं के लिए स्कूल खोल दिये गये थे, लेकिन संक्रमण बढ़ने के बाद फिर से कक्षाएं बंद कर दी गयी थीं.
Posted By : Sameer Oraon