Jharkhand News: झारखंड जगुआर (Jharkhand Jaguar- STF Team) के जवान एक करोड़ के इनामी नक्सली अरविंद जी (अब मृत) के घोड़े पर घुड़सवारी का प्रशिक्षण लेंगे. कभी इस घोड़े पर नक्सलियों के गढ़ बूढ़ा पहाड़ क्षेत्र में अरविंद जी घूमा करता था. इसके अलावा एसटीएफ के जवान अन्य दो घोड़ों का भी उपयोग प्रशिक्षण के लिए करेंगे.
नक्सली अरविंद जी के घोड़े पर ट्रेनिंग लेंगे जवान
एसटीएफ अधिकारियों के अनुसार, वर्ष 2017 में अरविंद जी दस्ता के साथ बूढ़ा पहाड़ में पुलिस की मुठभेड़ हुई थी. इसके बाद नक्सली अरविंद जी के घोड़े सहित अन्य दो घोड़ों को नक्सली छोड़ कर भाग निकले थे. उसके बाद घोड़ों को पालने के लिए गारू थाना में रखा गया था. इसी बीच वर्ष 2018 (अप्रैल) में अरविंद जी की बीमारी से मौत होने की सूचना मिली.
नक्सली अरिवंद जी के घोड़े का नाम है चेतक
मुठभेड़ में बरामद तीनों घोड़ों को गारू थाना में पालने और खिलाने में समस्या हो रही थी, जिस कारण वह कमजोर होते जा रहे थे. जब इसकी जानकारी आइजी अभियान सह एसटीएफ आइजी एवी होमकर और एसटीएफ डीआइजी अनूप बिरथरे को मिली, तब दोनों अधिकारियों ने घोड़ों को गारू थाना से रांची टेंडरग्राम स्थित एसटीएफ मुख्यालय लाने का फैसला लिया. इसमें अरविंद जी का घोड़ा भी शामिल है, जिसका नाम चेतक रखा गया है. फिलहाल दो अन्य घोड़ों का नाम रखना बाकी है.
घोड़ों की देखभाल के लिए जवान तैनात
वर्तमान में एसटीएफ मुख्यालय में तीनों घोड़ों की देखभाल और खिलाने-पिलाने के लिए अलग से जवान तैनात किये गये हैं, जिससे घोड़ों को प्रशिक्षण के लिए तैयार किया जा सके. एसटीएफ अधिकारियों के अनुसार, अरविंद जी जब बीमार चल रहा था, तो उसे साथी नक्सली घोड़ा पर लेकर चलते थे. इसके अलावा ही कुछ घोड़ों का प्रयोग नक्सली अपनी आवश्यकता का सामान ढोने के लिए करते थे.
Posted By: Samir Ranjan.