राज्य के सरकारी स्कूलों के 992 शिक्षक लगभग दो महीने से अपने लोकेशन से इधर-उधर हुए बिना उपस्थिति बना रहे हैं. शिक्षा विभाग ने ऐसे शिक्षकों को चिह्नित कर लिया है. शिक्षकों द्वारा फर्जी लोकेशन के आधार पर उपस्थिति बनाने की संभावना जतायी जा रही है. इसे शिक्षा सचिव ने गंभीरता से लिया है और सभी जिलों को निर्देश दिया गया है.
जिलों को भेजे गये पत्र में कहा है कि विभिन्न स्रोतों से प्राप्त जानकारी आधार पर राज्य स्तर पर समीक्षा में पाया गया है कि जीपीएस तथा समय और तिथि में बदलाव कर उपस्थिति दर्ज की जा रही है. यह दंडनीय अपराध है. सभी जिलों को ऐसे शिक्षकों की लिस्ट भी दी गयी है. इसकी जांच करने का निर्देश दिया गया है. डीइओ और डीएसइ को स्वयं या अपने अधीनस्थ विश्वस्त पदाधिकारी से इसकी जांच कराने के लिए कहा गया है. स्कूल जाकर पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट देने को कहा गया है. शिक्षक के दोषी पाये जाने पर कार्रवाई कर जानकारी भी देने का निर्देश दिया गया है.
राज्य में शिक्षकों के लिए ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करना अनिवार्य है. शिक्षक के विद्यालय के लोकेशन के सौ मीटर के अंदर होने पर ही उपस्थिति दर्ज होती है. जिन शिक्षकों की उपस्थिति में गड़बड़ी का मामला सामने आया है, वह शिक्षक लगभग दो माह से एक जगह से बिना एक कदम भी इधर-उधर हुए उपस्थिति बना रहे हैं.
बोकारो 17
चतरा 34
देवघर 66
धनबाद 20
दुमका 81
गढ़वा 42
जिला शिक्षक
गिरिडीह 81
गोड्डा 103
गुमला 11
हजारीबाग 13
जामताड़ा 07
सिमडेगा 12
जिला शिक्षक
खूंटी 03
कोडरमा 21
लातेहार 46
लोहरदगा 16
पाकुड़ 35
पलामू 214
जिला शिक्षक
प सिंहभूम 52
पूर्वी सिंहभूम 20
रामगढ़ 14
रांची 20
साहिबगंज 36
सरायकेला 28