Jharkhand Weather Forecast: झारखंड में तपती गर्मी से जल्द राहत मिलने की उम्मीद है. लू और चिलचिलाती धूप के बीच 29 अप्रैल से बारिश की संभावना है. इससे लोगों को राहत मिलेगी. रांची मौसम केंद्र के प्रभारी अभिषेक आनंद ने बताया कि 29 अप्रैल से बारिश की संभावना है. इससे लोगों को काफी राहत मिलेगी. कुछ जिलों में 21 और 22 अप्रैल को बारिश हुई थी, लेकिन उसके बाद तापमान बढ़ना शुरू हो गया था. फिलहाल राज्य के ज्यादातर हिस्सों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक है.
40 डिग्री सेल्सियस से पार रांची का तापमान
झारखंड में तेज धूप और गर्मी से लोग बेहाल हैं. इस बीच लू चलने से लोगों की परेशानी बढ़ गयी है. मौसम केंद्र के अनुसार 29 अप्रैल से बारिश हो सकती है. इसके बाद लोगों को काफी राहत मिलेगी. आपको बता दें कि राजधानी रांची का अधिकतम तापमान सोमवार को फिर 40 डिग्री सेल्सियस से पार हो गया. जमशेदपुर का अधिकतम तापमान 43.1 तथा डालटनगंज का 43.6 डिग्री सेल्सियस रहा.
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झारखंड में 11 दिन चली लू
झारखंड में इस वर्ष अब तक बिहार, ओड़िशा और पंजाब से भी अधिक लू चली है. मार्च से 24 अप्रैल तक झारखंड में विभिन्न जिलों में 11 दिन लू चली. बिहार में दो, ओड़िशा में एक तथा पंजाब में मात्र दो दिन ही लू चली है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग से प्राप्त डाटा के एनालिसिस के बाद सेंटर फॉर साइंस एंड इनवायरमेंट (सीएसइ) ने यह रिपोर्ट जारी की है. इसमें बताया गया है कि पूरे देश में इस दौरान सबसे अधिक लू राजस्थान और मध्य प्रदेश में चली है. दोनों राज्यों में करीब 25-25 दिन लू चली है. गुजरात में भी 19 दिन लू चली है. इस बार उत्तराखंड में भी चार दिनों तक लू चली. उत्तर प्रदेश में भी 11 दिन लू चली है.
40 डिग्री सेल्सिस से अधिक तापमान
मौसम वैज्ञानिकों की मानें, तो 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान होने पर हीट वेव (लू) माना जाता है. अगर किसी मैदानी जिले का अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सिस से अधिक हो जाये, तो इसे हीट वेव कहा जाता है. इसके अतिरिक्त अधिकतम तापमान में सामान्य से 4.5 से 6.4 डिग्री सेसि तापमान में वृद्धि हो जाने पर भी हीट वेव कहा जाता है. तटीय जिलों में 37 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान होने की स्थिति में हीट वेव कहा जाता है. इसी तरह पहाड़ी एरिया के लिए यह पारा 30 डिग्री सेल्सियस का है. एक दिन में सामान्य से 6.4 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान में वृद्धि होने पर उसे सीवियर हीट वेव कहा जाता है. अगर किसी जिले का अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस से अधिक हो जाये, तो भी हीट वेव कहा जाता है.
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Posted By : Guru Swarup Mishra