Jharkhand Weather Forecast, रांची न्यूज : झारखंड में सावन की पहली सोमवारी (first Monday of Sawan 2021) को आकाश में बादल छाए हुए हैं. मौसम वैज्ञानिकों ने पूर्वानुमान में बताया है कि रांची, हजारीबाग समेत कई जिलों में आज बारिश हो सकती है. वज्रपात की भी आशंका है. रांची में झमाझम बारिश हो रही है.
आज सावन की पहली सोमवारी है. कोरोना (coronavirus in jharkhand) के कारण शिव मंदिरों (Lord shiv temples) के द्वार श्रद्धालुओं के लिए बंद हैं. इस बीच आकाश में बादल छाए हुए हैं. मौसम विभाग की मानें, तो रांची, हजारीबाग, पाकुड़, बोकारो, दुमका, रामगढ़, साहिबगंज एवं गोड्डा में आज बारिश (Rain in jharkhand) हो सकती है. हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश होने की संभावना जतायी गयी है. मौसम विभाग (weather department) के अनुसार इस दौरान मेघ गर्जन होगा और वज्रपात (Thunderclap) की भी आशंका है. इस बीच रांची में बारिश शुरू हो गयी है.
मौसम विभाग ने येलो अलर्ट (yellow alert) जारी किया है. वैज्ञानिकों ने मौसम खराब होने पर सुरक्षित स्थान पर रहने की अपील की है. खासकर खेत में काम कर रहे किसान भाइयों से अपील की है कि मौसम खराब रहने पर पेड़ के नीचे नहीं रहे. सुरक्षित स्थान पर पहुंच जाएं.
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मौसम विभाग के अनुसार राज्य में प्रत्येक वर्ष जून में अच्छी बारिश हुई है. झारखंड में जून के महीने में वर्ष 2012 में 108.5 मिमी, वर्ष 2013 में 360 मिमी, वर्ष 2014 में 175.8 मिमी, वर्ष 2015 में 281.7 मिमी, वर्ष 2016 में 158.2 मिमी, वर्ष 2017 में 172.3 मिमी, वर्ष 2018 में 110.6 मिमी, वर्ष 2019 में 124 मिमी, 2020 में 311.1 मिमी वर्षा हुई थी.
मौसम विभाग के आंकड़ों पर गौर करें तो वर्ष 2020 में रांची में पूरे जून माह में 311.1 मिमी बारिश हुई थी. वर्ष 2013 में जून माह में 360.7 मिमी बारिश हुई थी. वर्ष 2011 में 588 मिमी बारिश हुई थी. 2019 में 124 मिमी, 2018 में 110.6 मिमी, 2017 में 172.3 मिमी, 2016 में 158.2 मिमी, 2015 में 281.7 मिमी, 2014 में 175.8 मिमी बारिश हुई थी.
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मौसम विभाग के अनुसार रांची में जुलाई में हर वर्ष अच्छी बारिश हुई है. 2017 में पूरे माह 666.4 मिमी वर्षा हुई. इसके अलावा वर्ष 2010 में 224.3 मिमी, 2011 में 211.3 मिमी, 2012 में 279.8 मिमी, 2013 में 268.3 मिमी, 2014 में 325 मिमी, 2015 में 356.8 मिमी, 2016 में 609.4 मिमी, 2018 में 389.7 मिमी व 2019 में 213.8 मिमी बारिश हुई.
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Posted By : Guru Swarup Mishra