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अफ्रीका के माली में फंसे मजदूर कैसे हैं और कब लौटेंगे झारखंड, श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने ली इनकी सुध

Jharkhand News: श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने इस मामले में संज्ञान लिया और राज्य प्रवासी नियंत्रण कक्ष को सूचना दी. अब ये मजदूर जल्द झारखंड लौटेंगे. इधर, रांची निवासी व माली में भारत के राजदूत अंजनी कुमार ने मजदूरों का हालचाल लिया और समस्या के समाधान में जुटे हैं.

Jharkhand News: झारखंड के गिरिडीह और हजारीबाग जिले के 33 मजदूर अफ्रीका के माली में फंसे हुए हैं. उनका पासपोर्ट भी जब्त कर ठेकेदार भारत लौट आया है. उनके साथ करार हुए वेतन को भी नहीं दिया जा रहा है. मजदूरों के समक्ष खाने-पीने की कठिनाई आ रही है. सोशल मीडिया के माध्यम से माली से अपने राज्य वापसी की गुहार मजदूरों ने लगायी है. फंसे सभी मजदूरों ने भारत सरकार और झारखंड सरकार को यह संदेश भेजा है. इधर, इस मामले को श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने संज्ञान लिया और राज्य प्रवासी नियंत्रण कक्ष को सूचना दी. सबसे अच्छी बात ये रही है कि प्रवासी नियंत्रण कक्ष का मजदूरों से संपर्क हो गया. अब ये मजदूर जल्द झारखंड लौटेंगे. इधर, रांची निवासी व माली में भारत के राजदूत अंजनी कुमार ने मजदूरों का हालचाल लिया और समस्या के समाधान में जुटे हैं.

कंट्रोल रूम द्वारा माली में भारतीय दूतावास से संपर्क कर सहायता का आग्रह किया गया. इसके बाद दूतावास द्वारा सभी मजदूरों से संपर्क स्थापित कर लिया गया है. उनके रहने और खाने-पीने की व्यवस्था कर दी गयी है. उन्हें भारत वापस लाने की प्रक्रिया भी दूतावास द्वारा आरंभ कर दी गयी है. इधर, राज्य प्रवासी नियंत्रण कक्ष को मजदूरों के सत्यापन के दौरान यह पता चला कि सभी वर्ष 2021 से कल्पतरु पावर ट्रांसमिशन लिमिटेड में फिटर के रूप में कार्यरत हैं. मजदूरों को तीन माह में 29,725 रुपये देने की बात थी. पर यह नहीं दिया जा रहा है. बातचीत के क्रम में मजदूरों ने बताया कि ठेकेदार ने पासपोर्ट जब्त कर रखा है और वह भारत वापस आ चुका है. तीन महीने से ज्यादा हो गये हैं वेतन नहीं दिया है और उनके पास दो दिन का खाना ही बचा है. मजदूरों ने यह भी बताया कि ठेकेदार आंध्र प्रदेश का है और उसका नाम रमेश चक्रवर्ती है.

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रांची निवासी व माली में भारत के राजदूत अंजनी कुमार वहां फंसे मजदूरों के संपर्क में हैं. श्री कुमार ने सोमवार को मुख्य सचिव सुखदेव सिंह व श्रम सचिव प्रवीण कुमार टोप्पो से भी बात कर स्थिति की जानकारी दी है. श्री कुमार ने कहा है कि दूतावास ने वीडियो शेयर करनेवाले लोगों से बात भी की है और उनका हालचाल जाना है. उनके पास खाने के लिए खाना है और वे सुरक्षित हैं. दूतावास इस मुद्दे को सुलझाने के लिए अपने नियोक्ताओं से संपर्क कर रहा है. श्री कुमार ने प्रभात खबर से दूरभाष पर कहा है कि वे इसे लेकर स्वयं गंभीर हैं और इस पर नजर बनाये हुए हैं, ताकि मजदूरों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो. इसे लेकर अपने अधिकारियों के साथ बैठक भी कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि इन मजदूरों के तीन माह से एकाउंट में पैसे नहीं गये हैं. इसकी जानकारी संबंधित कांट्रेक्टर व नियोक्ता से बात कर समस्या दूर करायी जा रही है. आज मंगलवार को इसे लेकर सभी पक्षों की बैठक बुलायी गयी है. ये मजदूर शिकासो से बमाको के बीच इलेक्ट्रिफिकेशन के कार्य में लगे हुए हैं.

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Posted By : Guru Swarup Mishra

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