Ranchi news, 7th jpsc latest news, jpsc exam pattern रांची : झारखंड लोक सेवा आयोग (जेपीएससी) ने सिविल सेवा परीक्षा पैटर्न में बदलाव किया है. सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा (पीटी) अब दोनों प्रश्न पत्रों के कुल योग पर कोटिवार पास मार्क्स की गणना होगी. यानी अनारक्षित कोटे के अभ्यर्थियों को अब पीटी के दो पेपर (प्रत्येक 200 अंक) की परीक्षा में कुल मिला कर 40 प्रतिशत क्वाइलिफाइंग मार्क्स लाने होंगे.
पहले प्रत्येक प्रश्न पत्र में 40 प्रतिशत क्वालिफाइंग मार्क्स लाना अनिवार्य था. इसी तरह मुख्य परीक्षा में प्रश्न पत्र तीन, चार, पांच और छह (प्रत्येक 200 अंक) कुल 800 अंक के होंगे. जेपीएससी सिविल सेवा परीक्षा पैटर्न में बदलाव होने से जुड़ी हर Latest News in Hindi से अपडेट रहने के लिए बने रहें हमारे साथ.
वहीं, द्वितीय प्रश्न पत्र भाषा विषय (150 अंक) का होगा. इसमें कुल 17 भाषाअों को शामिल किया गया है. इस तरह मुख्य परीक्षा कुल 950 अंकों (800 अंक व 150 अंक) की होगी. इंटरव्यू 100 अंकों का और प्रथम पत्र के हिंदी व अंग्रेजी भाषा की परीक्षा 100 अंकों होगी. हिंदी/अंग्रेजी भाषा में क्वालिफाइ करने के लिए कम से कम 30 अंक लाना अनिवार्य होगा. हालांकि, इसका अंक अब मेरिट लिस्ट निर्धारण में नहीं जुड़ेगा.
यानी मुख्य परीक्षा में कुल 1050 अंक के आधार पर ही अनारक्षित मेरिट लिस्ट तैयार होगा. पिछली परीक्षा में पूरे 1150 अंक पर मेरिट लिस्ट तैयार की गयी थी. मुख्य परीक्षा में भी पांच पेपर के कुल पूर्णांक पर न्यूनतम अहर्तांक कुल योग पर ही लागू होगा.
मुख्य परीक्षा की मेरिट लिस्ट ढाई गुना के आधार पर बनेगी : पीटी का रिजल्ट रिक्ति के 15 गुना के आधार पर बनेगा. लेकिन, मुख्य परीक्षा की मेरिट लिस्ट ढाई गुना के आधार पर बनेगी. इसके बाद इंटरव्यू का आयोजन किया जायेगा.
पीटी में दोनों पेपर मिला कर 40% क्वाइलिफाइंग मार्क्स लाना होगा
एससी/एसटी/महिला के लिए क्वालिफाइंग मार्क्स 32%
पीटी व मुख्य परीक्षा के लिए नये रेगुलेशन के मुताबिक तय किये गये क्वालिफाइंग मार्क्स के तहत अनारक्षित के लिए 40 प्रतिशत हैं, जबकि एससी/एसटी/महिला के लिए 32 प्रतिशत, बीसी वन के लिए 34 प्रतिशत, बीसी टू के लिए 36.5 प्रतिशत, आदिम जनजातीय के लिए 30 प्रतिशत और इडब्ल्यूएस केटोगरी के लिए 40 प्रतिशत अंक निर्धारित हैं.
इस बार की व्यवस्था के तहत अब पेपरवाइज क्वालिफाइंग मार्क्स लाना अनिवार्य नहीं होगा. किसी अभ्यर्थी को किसी पेपर में अगर न्यूनतम अहर्तांक से कम अंक आते हैं, लेकिन दोनों पत्र मिलाकर अगर वे न्यूनतम अहर्तांक अंक ले आते हैं, तो वह अभ्यर्थी क्वालिफाइ माना जायेगा.
नियमानुसार अब अगर किसी रिजर्व केटेगरी के अभ्यर्थी का चयन प्राप्तांक के आधार पर अनारक्षित मेरिट लिस्ट में होता है, तो वह अभ्यर्थी वापस रिजर्व केटेगरी में चुने गये मनपसंद पद प्राप्त करने का हकदार होंगे. इसके लिए वह अनारक्षित मेरिट से हट जायेंगे. नियमानुसार अभ्यर्थी के अनारक्षित मेरिट लिस्ट से हटने के बाद उक्त पद रिजर्व केटेगरी का ही नहीं रहेगा, बल्कि मेरिट लिस्ट को संशोधित कर उसमें अन्य योग्य अभ्यर्थी को शामिल किया जा सकेगा.
Posted By : Sameer Oraon