रांची : रांची के रियल स्टेट कारोबारी कमल भूषण हत्याकांड का राज खुलने लगा है. इस हत्याकांड के मुख्य आरोपी राहुल कुजूर और डब्लू कुजूर पुलिस से बचकर बाहर निकल सके इसलिए छोटू ने पुलिस का ध्यान भटकाने का प्रयास किया.
उसने एक साजिश के तहत हत्याकांड की जिम्मेवारी अपने ऊपर ली और कुछ लोगों को फोन किया, ताकि ऑडियो वायरल होने के बाद पुलिस उसके पीछे पड़ जाये. इस बात की जानकारी पुलिस को आरंभिक जांच में मिली है. हालांकि पुलिस ने इस बात की आधिकारिक पुष्टि नहीं की है. साजिश में शामिल छोटू कुजूर पकड़ा गया है या नहीं, पुलिस ने इसकी पुष्टि नहीं की है.
इधर, खबर है कि दिल्ली से गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ के आधार पर पुलिस ने कुछ और लोगों को हिरासत में लिया है. पुलिस ने हत्याकांड में प्रयुक्त हथियार भी बरामद कर लिया है. वहीं दिल्ली के गाजीपुर से गिरफ्तार चारों आरोपियों को ट्रांजिट रिमांड पर लेने के बाद रांची पुलिस दिल्ली से रवाना हो चुकी है. पुलिस आरोपियों को लेकर सोमवार को रांची पहुंच सकती है.
कमल भूषण हत्याकांड में पकड़े गये आरोपियों से एक और हत्याकांड का खुलासा हो सकता है. पुलिस को जानकारी मिली है वर्ष 2009 में सुखदेवनगर थाना क्षेत्र के मधुकम में एक ट्रैफिक पुलिसकर्मी की पत्थर से कूच कर हत्या कर दी गयी थी. वह रात में ड्यूटी से घर लौट रहा था. इसी दौरान दो लोगों ने पुलिसकर्मी की हत्या कर दी थी.
उस घटना का खुलासा नहीं हो पाया था. पुलिस को जानकारी मिली है कि उक्त घटना में छोटू कुजूर की संलिप्तता थी. पुलिस इस बिंदु पर और तथ्य हासिल करने का प्रयास कर रही है. हालांकि हत्याकांड में छोटू कुजूर के शामिल होने के ठोस साक्ष्य अभी पुलिस को नहीं मिले हैं. छोटू के पकड़े जाने के बाद पुलिस इस मामले में खुलासा कर सकती है.