Jharkhand News: चारा घोटाले में सजायाफ्ता लालू प्रसाद यादव के बिगड़ते स्वास्थ्य को देखते हुए दिल्ली एम्स रेफर करने का फैसला लिया गया. वे रांची के रिम्स से दिल्ली एम्स जाने के लिए रवाना हो गये हैं. उनकी किडनी में लगातार गिरावट के कारण मेडिकल बार्ड गठित की गयी थी. इसके बाद डॉक्टरों की टीम ने उन्हें दिल्ली एम्स रेफर करने का फैसला लिया. मेडिकल रिपोर्ट के मुताबिक अभी उनकी किडनी 13 फीसदी ही काम कर रही है. सीरम क्रिटनीन 4.6 है.
आपको बता दें कि चारा घोटाले में दोषी करार दिये जाने के बाद से ही वे रिम्स के पेइंग वार्ड में भर्ती थे. उनके बिगड़ते स्वास्थ्य को देखते हुए उनके पसंदीदा पकवानों पर भी पाबंदी लगा दी गयी थी. किडनी और हार्ट पर ज्यादा असर नहीं पड़े, इसके लिए उनकी डायट पर सख्ती बरतने की सलाह दी गयी थी. इस बीच किडनी में सुधार नहीं हो रहा था. फिलहाल 13 फीसदी किडनी काम कर रही है.
लालू प्रसाद किडनी फैल्योर और असंतुलित बीपी-शुगर से जूझ रहे हैं. हाल की जांच रिपोर्ट में उनकी क्रिटनीन 4.01 और इजीएफआर 15 आया था. उस वक्त मेडिकल बोर्ड के चेयरमैन डॉ विद्यापति ने कहा था कि उनके शुगर का स्तर 270 से ऊपर चला गया है. लालू प्रसाद यादव का इलाज कर रहे डॉक्टरों ने उन्हें कंट्रोल डायट पर रहने और मीठे पकवान व तला-भुना खाने पर रोक लगा दी थी. उनकी किडनी पर विशेष नजर रखी जा रही है.
आपको बता दें कि डोरंडा कोषागार से 139.35 करोड़ रुपये की अवैध निकासी से जुड़े चारा घोटाला के सबसे बड़े मामले में लालू प्रसाद को सजा दी जा चुकी है. वे चारा घोटाले के पांचों मामलों में सजा काट रहे हैं. चार मामलों में उन्हें झारखंड हाईकोर्ट से जमानत मिल चुकी है और पांचवें मामले में उन्होंने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. बिहार के पूर्व सीएम व राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को सीबीआई की विशेष अदालत ने डोरंडा कोषागार से अवैध निकासी मामले में 5 साल जेल की सजा सुनायी है और 60 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है.
Posted By: Sameer Oraon