रांची : चारा घोटाला के सजायाफ्ता कैदी लालू प्रसाद से मिलने के लिए प्रतिदिन नेताओं व कार्यकर्ताओं का तांता लगा रहता है़ रिम्स के निदेशक बंगला (कैली बंगला) के बाहर रिम्स एसबीआइ बैंक की ओर से निदेशक आवास जाने वाले गेट पर शाम सात बजे से रात दस बजे तक और सुबह छह बजे से आठ बजे तक भीड़ लगी रहती है.
बताया जाता है कि जिला बल का एक जवान है जिसका नंबर सभी नेता, कार्यकर्ताओं के पास है. उसी के द्वारा पुलिस पदाधिकारियों से सांठ-गांठ कर लालू से मिलने के लिए नेता-कार्यकर्ता पहुंचते हैं. लालू की सुरक्षा में 21 जवान, चार पुलिस पदाधिकारी लगे हैं. चार संतरी पोस्ट भी हैं. इसके बाद भी बिना अनुमति के कई लोग लालू से मिल रहे हैं.
जेल प्रशासन को तय करना है मिलने का समय : लालू प्रसाद की सुरक्षा का नेतृत्व सदर डीएसपी प्रभात कुमार बरवार कर रहे हैं. वे कहते हैं कि लालू से मिलने का समय जेल प्रशासन को ही तय करना है़ लालू प्रसाद की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम हैं. यदि बिना अनुमति कोई उनसे मिल रहा है और उसमें सुरक्षाकर्मियों की मिलीभगत है, तो इसकी जांच कर वैसे पुलिसकर्मियाें पर तुरंत कार्रवाई की जायेगी़ सुरक्षा में कोताही बर्दाश्त नहीं की जायेगी़
जेल प्रशासन की ओर से एक बार में तीन लोगों को मिलने की अनुमति है. शनिवार काे ही तीन व्यक्तियों को मिलने दिया जाता है़ लालू प्रसाद की ओर से उन तीन व्यक्तियों की अलावा किसी व्यक्ति से मिलने का आवेदन आता है, तो जेल प्रशासन उस पर विचार के बाद अनुमति देता है़ चूंकि लालू प्रसाद रिम्स में इलाजरत हैं, इसलिए जेल मैनुअल के अनुसार, अस्पताल में भर्ती बंदी से मिलनेवालों की कोई संख्या तय नहीं है़
-हामिद अख्तर, जेल अधीक्षक
Post by : Pritish Sahay