Lata Mangeshkar Death: स्वर कोकिला भारत रत्न लता मंगेशकर के निधन पर झारखंड के कलाकारों ने भी अपनी शोक संवेदना व्यक्त की है. इन कलाकारों ने कहा कि दीदी के हमारे बीच से चला जाना हमारे लिए बड़ी क्षति है. सभी ने नम आंखों से लता दीदी को भावभीनी श्रद्धांजलि दी है.
पद्मश्री मुकुंद नायक ने भारत रत्न स्वर काेकिला लता मंगेशकर के निधन पर गहरा शोक प्रकट करते हुए कहा कि भले ही अब दीदी हमारे बीच नहीं रही, लेकिन उनके गाने हमेशा हमारे बीच है. लता दीदी जैसे कलाकार बहुमूल्य है. उनके गाने हमें काफी प्रेरणा देती है. पद्मश्री मधु मंसूरी हंसमुख ने लता दीदी के निधन पर शोक व्यक्त किया. कहा कि स्वर की देवी लता मंगेशकर भले ही आज हमारे बीच नहीं है, लेकिन उनकी यादें हमेशा रहेगी. उनकी आवाज में ऐसी जादू थी उन्हें सुनने लोग खीचें लगे आते हैं.
बचपन से लता मंगेशकर को अपना प्रेणास्त्रात मानने वाली झारखंड की गायिका मिताली घोष लता दीदी के निधन से काफी मर्माहत है. कहती हैं कि लता दीदी के निधन से पूरा देख रो रहा है. सरस्वती की साक्षात देवी लता दीदी को हमेशा याद करती थी. सरस्वती पूजा के दिन माता की आराधना के साथ लता दीदी को भी नमन करती थी. लेकिन, आज हमारे बीच से चले जाना हमें काफी झकझाेर दिया है. ईश्वर से उनकी आत्मा को शांति प्रदान करने की प्रार्थना की है.
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वहीं, गायिका मृणालिनी अखौरी ने कहा कि मां सरस्वती की साक्षात रूप लता दीदी का निधन हमेें झकझोर दिया. कहा कि उनकी गीतों को सुनकर बड़ी हुई. संगीत की बारीकियों को कुछ सीखा. अब हमारे बीच उनका नहीं रहना काफी मर्माहत कर दिया. कहा कि लता दीदी के निधन से पूरा देश रो रहा है. खासकर संगीत प्रेमियों के लिए आज का दिन काफी निराश करने वाला रहा है.
संगीतकार नंदलाल नायक ने कहा कि लता दीदी भले ही हमारे बीच से चली गयी, लेकिन उनकी गाने हमलोगों को हमेशा याद दिलाती रहेगी. जिस तरह से उनके गाने अमर हैं, उसी तरह से लता दीदी भी अमर है. उन्हें कोई भूल ही नहीं सकता. खासकर संगीत प्रेमी तो उन्हें मां सर्सवती का साक्षात रूप मानते हैं.
Posted By: Samir Ranjan.