विधायक लोबिन हेम्ब्रम ने कहा है कि राज्य गठन के बाद कई सरकारें बनीं, लेकिन किसी ने यहां के लोगों की जमीन बचाने का काम नहीं किया. सीएनटी एक्ट, एसपीटी एक्ट जैसे रक्षा कवच के बाद भी यहां जमीन की लूट रही है. कितने लोग जमीन से बेदखल हो गये, कितने गांव उजड़ गये और अभी भी यह प्रक्रिया जारी है. जब लोग कोर्ट जाते हैं, तो वहां डिग्री भी मिल जाती है, पर इसके बाद भी उस पर कब्जा नहीं ले पाते. वह झारखंड बचाओ मोर्चा द्वारा विधानसभा मैदान में आयोजित खतियान बचाओ महाजुटान में बतौर मुख्य वक्ता बोल रहे थे.
उन्होंने कहा कि दखल दहानी के एक लाख मामले पेंडिंग पड़े हैं. आदिवासी कभी डैम, कभी कारखाना, तो कभी हवाई अड्डा के नाम पर उजड़ते हैं, दूसरी तरफ बिचौलियों और दलालों के माध्यम से लोग जमीन ले रहे हैं. ऐसे में यहां के लोगों को कौन बचायेगा? सरकार कहां है? उसके नुमाइंदे, प्रशासन के लोग, कमिश्नर, डिप्टी कमिश्नर और सीओ कहां हैं?
लोबिन ने आगे कहा कि छत्तीसगढ़ में पेसा एक्ट लागू हो गया है, पर झारखंड में नहीं. जब छत्तीसगढ़ का शराब मॉडल ला सकते हो, तो पेसा मॉडल क्यों नहीं ला सकते. यहां पंचायत चुनाव नहीं हो सकता है, पर कानून को ताक पर रख कर पंचायत का चुनाव कराया जा रहा है. पेसा एक्ट नहीं बना है, इसलिए ये चुनाव हो रहे हैं. हम सरकार से अलग से कोई कानून बनाने के लिए नहीं बोल रहे हैं.
जो कानून हैं, उन्हें धरातल पर उतारेंगे, तभी यहां के आदिवासी- मूलवासी बचेंगे, यहां की जमीन बचेगी. हेमंत सोरेन और सरकार पर लोगों का विश्वास समाप्त हो गया है. सरकार के पास अभी भी वक्त है कि जिन्होंने उस पर भरोसा किया, उन्हें बचाने का काम करे.
बिरसा मुंडा के वंशज बुधराम मुंडा ने कहा कि खूंटी में सरकार ने उनकी खूंटकटी जमीन पर स्टेडियम बनाया है. इसके बारे में डीसी और सीओ को पहले ही आवेदन दिया गया था. उनसे परामर्श किये बिना ही यह बन गया है. अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई, न ही मुआवजा मिला है.
गांव में पेयजल की समस्या भी है. सभा को विजय शंकर नायक, सुशांतो मुखर्जी, निरंजना हेरेंज टोप्पो, राजू महतो, सविता लकड़ा और साइमन कच्छप ने भी संबोधित किया. मौके पर पूर्व विधायक मंगल सिंह बोबोंगा, एलएम उरांव, प्रेमचंद मुर्मू, नरेश मुर्मू, बिरसा मुंडा की वंशज जौनी मुंडा सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे.
लोिबन हेम्ब्रम ने कहा कि जमीन तो लुट ही रही है, युवाओं को भी रोजगार नहीं मिल रहा है. नियोजन के लिए जब छात्र सड़क पर उतरे, तो उन पर लाठी चार्ज किया गया. गरीब का बेटा डिग्री लेकर घूम रहा है और सरकार 60: 40 का फॉर्मूला लागू करती है. उसे बताना चाहिए कि इस 60 में कौन हैं? यदि सरकार नौकरी देने की इच्छा रखती है, तो मुख्यमंत्री को कहना चाहिए कि जिसके हाथ में खतियान है, वहीं यहां का स्थानीय है. वही ग्रेड थ्री, फोर की नौकरी करेगा.