रांची : झारखंड में कोरोनावायरस के लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार लॉकडाउन बढ़ा सकती है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इसके संकेत दिये हैं. राज्य में अबतक कोविड-19 के 450 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं. प्रवासी मजदूर भी कोरोनावायरस से संक्रमित पाये जा रहे हैं. इस स्थिति में सरकार लॉकडाउन बढ़ा सकती है, हालांकि कई मामलों में पहले ही छूट दी जा चुकी है. मुख्यमंत्री ने कहा है कि हमें कोई जल्दी नहीं है. सभी स्वस्थ रहेंगे तो चीजें आगे बढ़ेंगी.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि कोरोनावायरस के संक्रमण की रफ्तार को देखते हुए लॉकडाउन बढ़ाने का निर्णय लिया जायेगा. जरूरत पड़ी तो लॉकडाउन को और आगे बढ़ायेंगे. हमारी प्राथमिकता राज्य के लोगों का स्वास्थ और रोजगार है. उन्होंने कहा कि जबतक हमारा हर आदमी अपने राज्य वापस नहीं आ जाता हम आराम से नहीं बैठ सकते. लोगों को भूख और बीमारी से बचाना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है.
हेमंत सोरेन ने कहा कि सरकार लोगों को वापस लाने के लिए हर प्रयास कर रही है. लोगों को ट्रेन, बस और हवाई जहाज से भी वापस लाया जा रहा है. आज भी हमारे 60 मजदूर लेह से हवाई जहाज के माध्यम से रांची लौट रहे हैं. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन को लेकर हमें कोई जल्दी नहीं है, राज्य के लोग सुरक्षित रहेंगे तो चीजें आगे बढ़ेंगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि हवाई मार्ग द्वारा लेह से आने वाले हमारे श्रमिक भाई दिल्ली एयरपोर्ट पहुंच चुके हैं, जहां राज्य सरकार के प्रोटोकॉल अधिकारी द्वारा उनकी मदद की जा रही है. सभी साथी आज दिल्ली से रांची पहुंच जायेंगे. सभी को सुखद और सुरक्षित यात्रा के लिए शुभकामनाएं.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कोविड-19 की वजह से जारी लॉकडाउन में शहरी क्षेत्र के बंदिशों में कुछ छूट का एलान किया है. मुख्यमंत्री ने बुधवार को औद्यौगिक गतिविधियों में छूट का एलान किया था और कहा था कि अब राज्य के सभी शहरी क्षेत्र में भी औद्योगिक गतिविधियां की जा सकेंगी. सिर्फ कंटेनमेंट जोन इससे अलग रहेंगे. विदित हो कि ग्रामीण एवं औद्योगिक क्षेत्रों में यह पहले ही प्रभावी कर दिया गया है. इसके साथ ही कंस्ट्रक्शन क्षेत्र को भी लॉकडाउन में छूट दे दी गयी है. इससे संबंधित दुकानों को भी खोलने का निर्देश दिया जा चुका है.
एयर एशिया के विमान से गुरुवार को राज्य के 180 श्रमिक अपने परिवार के साथ झारखंड पहुंच चुके हैं. मुख्यमंत्री ने प्रारम्भ से ही कहा था कि आवश्यकता हुई तो राज्य सरकार श्रमिकों को विमान से अपने घर वापस लायेगी, और ऐसा हुआ भी. मुंबई से रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पहुंचे श्रमिकों की एयरपोर्ट पर मेडिकल स्क्रीनिंग की गयी, साथ ही उन्हें भोजन का पैकेट और पानी का बोतल दिया गया. श्रमिकों की स्क्रीनिंग के बाद उन्हें पूरी गरिमा के साथ उनके गंतव्य के लिए बस से रवाना किया गया.
Posted By : Amlesh Nandan Sinha.