100 करोड़ के मिड डे मील घोटाले के आरोपी संजय तिवारी ने अपने कर्मचारियों को अलग-अलग कंपनियों में निदेशक बनाया. इसके बाद उनके निजी बैंक खातों पर कब्जा कर उन्हें ऑपरेट करने लगा. प्रवर्तन निदेशालय (इडी) की ओर से की जा रही जांच में तिवारी के इस कारनामे की जानकारी मिली है. जांच में पाया गया कि मिड डे मील के 100 करोड़ रुपये भानु कंस्ट्रक्शन कंपनी के खाते में ट्रांसफर होने के बाद बैंक की ओर फोन कर संजय तिवारी और सुरेश कुमार को इसकी जानकारी दी गयी थी.
साथ ही ई-मेल से भी गलती से पैसा ट्रांसफर होने की जानकारी दी गयी थी, लेकिन संजय तिवारी व सुरेश कुमार ने मिल कर यह फैसला किया कि वे बैंक नहीं जायेंगे और इस रुपये का इस्तेमाल अपनी व्यापारिक गतिविधियों के लिए करेंगे. इसके बाद संजय तिवारी ने मिड डे मिल के पैसों में से 53 करोड़ दूसरे खातों में ट्रांसफर कर लिया.
जांच में यह भी पाया गया कि संजय तिवारी ने अपने कर्मचारी मनीषा टोप्पो और एकता को अपनी अलग-अलग कंपनियों में निदेशक बना रखा था. इन कंपनियों में एसएसआर इंजीकॉम प्रालि, यूटीएस हॉस्पिक प्रालि, यूटीएस फेस्टिविटी प्रालि, यूटीएस डिजिटाइजेशन प्रालि का नाम शामिल है. संजय तिवारी ने ही इन कंपनियों को बनाने के लिए दो-दो लाख रुपये की पूंजी दी थी. उसने अपने कर्मचारी मनीषा टोप्पो को इसमें से चार और एकता को पांच कंपनियों में निदेशक बनाया था.
हालांकि, वह खुद इन कंपनियों के बैंक खातों को ऑपरेट करता था. उसने मनीषा टोप्पो के चार निजी बैंक खातों और एकता के दो बैंक खातों पर भी कब्जा कर रखा था. उसने एकता के आइसीआइसीआइ बैंक के खाते में 10 लाख रुपये ट्रांसफर किये थे. इस पैसे से एकता के नाम पर ही दो स्कूटी और एक ‘हुंडई वेरना’ कार खरीदी गयी थी. यह कार संजय तिवारी के कब्जे में ही रहती थी.
बैंक–निजी खाता नंबर
एक्सिस बैंक–916010065367369
यूनियन बैंक–708202010005066
यूनियन बैंक–7082021004968
आइसीआइसीआइ–017501537243
इलाहाबाद बैंक–50214862641
इंडसइंड–156203059736
एचडीएफसी–50100380537982
यस बैंक–8063300003796
यस बैंक–008051100011911
यस बैंक–8063300003786
इंडसइंड–251026955555
इंडसइंड–258051999999
इंडसइंड–2588809613891