झामुमो विधायक लोबिन हेंब्रम ने कहा कि हेमंत सरकार ने राज्य के लोगों को ठगने का काम किया है. चुनाव के समय जो वादा राज्य के लोगों से किया गया था, वह पूरा नहीं हुआ है. राज्य में जिस मुद्दे को लेकर सरकार बनी थी, काम उससे उलट हो रहा है. यहां के आदिवासी-मूलवासी की जमीन लूटी जा रही है. उन्होंने कहा कि अगर सरकार से सवाल पूछना बागी है, तो वह बागी हैं. श्री हेंब्रम अपने आवास पर पत्रकारों से बात कर रहे थे.
श्री हेंब्रम ने 60:40 नियोजन नीति के खिलाफ 10 व 11 जून को छात्रों की ओर से बुलाये गये झारखंड बंद को समर्थन देने की घोषणा की. उन्होंने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा की बदौलत ही सीएनटी-एसपीटी एक्ट बना. लेकिन, दुर्भाग्य है कि आज खतियानी जमीन नहीं बची है. उन्होंने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा के गांव में बड़े-बड़े नेता जाते हैं. कई वादे करते हैं, लेकिन वहां की हकीकत कुछ और है.
उनके गांव के लोग और वंशज बदहाली में जी रहे हैं. भगवान बिरसा मुंडा के अलावा सिदो-कान्हू, चांद-भैरव सहित सभी शहीदों के परिजन बदहाली में जी रहे हैं. झामुमो विधायक ने कहा कि हेमंत सोरेन ने सत्ता में आने से पहले वादा किया था कि हमारी सरकार बनेगी, तो सबसे पहले सीएनटी एक्ट को लागू करेंगे. लेकिन, आज सरकार की नाक के नीचे इस कानून का उल्लंघन हो रहा है. सरना, मसना और अन्य जमीन की लूट मची है.
जमीन पर बड़े-बड़े अधिकारी और कारोबारी अस्पताल और होटल बना रहे हैं. लेकिन, अब तक स्थानीय नीति नहीं बनी. अब 60:40 नियोजन नीति लेकर आये हैं. यह किस आधार पर है और कैसे स्थानीय को रोजगार मिलेगा, यह किसी को पता नहीं है. इसकी जानकारी सिर्फ मुख्यमंत्री को ही है.