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निदेशकों ने भोले-भाले लोगों को कम कीमत पर जमीन देने के नाम पर ठगी की : इडी
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जमीन के 98 प्लॉट, रायपुर स्थित तीन भवन, बैंक में जमा राशि व फिक्स्ड डिपॉजिट हुए जब्त
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कंपनी के एमडी जयंत दयाल नंदी के खिलाफ जारी किया गया है रेड कॉर्नर नोटिस
Money Laundering Case, Sanjeevani Buildcons: इडी ने मनी लाउंड्रिंग के आरोप में संजीवनी बिल्डकॉन की 55.57 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की. इससे पहले कंपनी की 3.10 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की जा चुकी है. जब्त संपत्ति में रांची के अलग-अलग स्थानों में कंपनी के निदेशकों के नाम पर खरीदी गयी जमीन के 98 प्लॉट और रायपुर स्थित तीन व्यापारिक भवन शामिल हैं. इसके अलावा संजीवनी बिल्डकॉन के नाम पर बैंक में जमा राशि और फिक्स्ड डिपॉजिट शामिल हैं.
जब्त संपत्ति जयंत दयाल नंदी, उसकी पत्नी अनिता दयाल नंदी, निदेशक श्याम किशोर गुप्ता और निदेशक पीपी लाला की पत्नी रंजना श्रीवास्तव के नाम पर खरीदी गयी थी. कंपनी का एमडी जयंत दयाल नंदी अब तक किसी केंद्रीय जांच एजेंसी की गिरफ्त में नहीं आ सका है. उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी है.
58.67 करोड़ की संपत्ति जब्त : इडी ने इससे पहले संजीवनी बिल्डकॉन की 3.10 करोड़ की संपत्ति जब्त की थी. इस तरह मामले की जांच के दौरान अब तक कुल 58.67 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की जा चुकी है. इडी ने कंपनी के निदेशक श्याम किशोर गुप्ता को कुछ माह पहले गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था.
जयंत दयाल नंदी के फरार होने के बाद कंपनी की संपत्ति का काम-काज गुप्ता ही देखता है. इडी ने जांच के दौरान पाया कि संजीवनी बिल्डकॉन के निदेशकों ने भोले-भाले लोगों को कम कीमत पर जमीन देने के नाम पर ठगी की. जमीन के नाम पर लोगों से लिये गये पैसों से कंपनी के निदेशकों ने अपने और अपने पारिवारिक सदस्यों के नाम पर अचल संपत्ति खरीदी. इसके लिए कंपनी के खातों में जमा रकम को पहले निजी खातों में ट्रांसफर किया और फिर अपने व अपने लोगों के नाम पर संपत्ति खरीदी.
आठ के खिलाफ आरोप पत्र किया जा चुका है दायर : इडी की ओर से अब तक मामले में आठ लोगों के खिलाफ पीएमएलए के विशेष न्यायाधीश की अदालत में आरोप पत्र दायर किया जा चुका है. सीबीआइ भी जांच के बाद संजीवनी बिल्डकॉन के निदेशकों के खिलाफ आरोप पत्र दायर कर चुकी है.
Posted by: Pritish sahay