National Lok Adalat 2021, रांची न्यूज (राणा प्रताप) : झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकार के कार्यपालक अध्यक्ष अपरेश कुमार सिंह के निर्देश पर रांची सिविल कोर्ट में आज शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया. इसमें आपसी सहमति से 11 साल पुराने मामले का निबटारा किया गया. कुल 7202 वादों का निष्पादन किया गया.
राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 7202 वादों का निष्पादन किया गया एवं सात करोड़ नवासी लाख अड़तीस हजार एक सौ सैंतीस रूपये का सेटलमेंट किया गया. इसमें प्री-लिटिगेशन के कुल 3690 मामले तथा 3512 लंबित मामलों का निस्तारण किया गया. निष्पादित मामलों में आपराधिक सुलहनीय मामले, ट्रैफिक, उत्पाद, वन, माप-तौल, रेलवे एवं बैंकिंग इत्यादि के मामले प्रमुख हैं.
रांची के कुटुम्ब न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश पीयूष कुमार, जेसी इंचार्ज एसके शशि, एजेसी विजय कुमार श्रीवास्तव समेत कई जज मौके पर उपस्थित थे. लाभुक जंगु उरांव के द्वारा दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन किया गया. मंच का संचालन डालसा सचिव अभिषेक कुमार ने किया. धन्यवाद ज्ञापन न्यायिक दण्डाधिकारी मो फहीम किरमानी ने किया.
राष्ट्रीय लोक अदालत में निस्तारित होनेवाले मामलों में एक मामला प्रमुख है. जिसमें दुर्गा डेवलपर्स के डायरेक्टर दुर्गा झा वगैरह एवं प्रवीण कन्स्ट्रक्शन के पार्टनर अम्बूजा शरण वगैरह के बीच बिल्डिंग बनाने को लेकर विवाद वर्ष 2010 में हुआ था. अम्बुजा शरण द्वारा 05 लाख चेक बाउंस का मुकदमा सी-1442/2010 दायर किया गया था, जो वर्तमान में ए.के. गुड़िया (न्यायिक दण्डाधिकारी) के यहां लंबित है. दुर्गा डेवलपर्स वगैरह द्वारा अम्बुजा शरण वगैरह पर 22 लाख रूपये रिकवरी हेतु टाइटल सूट -87/2011 दायर किया गया था, जो वर्तमान में मो. फहीम किरमानी (सब-जज-3) के यहां लंबित है.
11 वर्षों के बाद दोनों पक्षों में सहमति बनी कि दोनों पक्ष एक-दूसरे पर कोई राशि का दावा भविष्य में इस बाबत नहीं करेंगे तथा दोनों मुकदमा टाइटल सूट 87/2011 तथी सी-1442/2010 का निष्पादन किया गया. आपको बता दें कि मध्यस्थतता एलके गिरि द्वारा की गई. प्रवीण कंस्ट्रकशन के अधिवक्ता अरविन्द कुमार तथा दुर्गा डेवलपर्स के अधिवक्ता अनुभव पान्डेय की सराहनीय भूमिका रही.
जंगु उरांव ( पिता – चमना उरांव, ग्राम-सोमलार, थाना – लापुंग, जिला-रांची) 07.07.2013 को सड़क दुर्घटना में घायल हो गये थे. उन्होंने मोटर वाहन दुर्घटना न्यायालय में मुआवजा वाद दाखिल किया था. उन्हें इस केस में लोक अदालत में सुलह के आधार पर 4,35,000/- रुपये मुआवजा दिया गया. सड़क दुर्घटना के 34 लाभार्थियों के बीच 2,53,65,000/- (दो करोड़ तीरपन लाख पैंसठ हजार) मुआवजा राशि सेटलमेंट की गयी.
Posted By : Guru Swarup Mishra