Naxalites Training In Jharkhand : रांची (अमन तिवारी) : लातेहार, गढ़वा व छत्तीसगढ़ की सीमा पर स्थित बूढ़ा पहाड़, चाईबासा और सरायकेला में तेलंगाना और छत्तीसगढ़ के नक्सली ट्रेनिंग ले रहे हैं. वहीं चाईबासा में 30 बच्चों की टीम को नक्सली आइइडी बनाने की भी ट्रेनिंग दे रहे हैं. इसकी जानकारी विशेष शाखा के एडीजी मुरारी लाल मीणा को 28 दिसंबर 2020 को मिली थी. इसके बाद उन्होंने इसकी सूचना पुलिस मुख्यालय के अधिकारियों को दी थी. जानकारी मिलने के बाद आइजी अभियान साकेत कुमार सिंह ने इससे संबंधित रिपोर्ट भी तैयार की है. रिपोर्ट में नक्सलियों के इस मंसूबे को खतरनाक ट्रेंड बताया गया है.
हाल के दिनों में चाईबासा पुलिस के हाथ छापामारी के दौरान आइइडी लगा तीर भी मिला है. इस तीर का प्रचलन छत्तीसगढ़ के नक्सलियों ने ही झारखंड में शुरू किया है. रिपोर्ट में इसका भी उल्लेख है. वहीं सरेंडर करनेवाले नक्सलियों से भी विशेष शाखा को जानकारी मिली है कि उन्होंने कहां-कहां आइइडी प्लांट किया है. दूसरी ओर पुलिस मुख्यालय के अधिकारियों ने आत्मसमर्पण नीति के प्रचार-प्रसार को और व्यापक व कारगर बनाने का निर्णय लिया है. कई नक्सलियों व उग्रवादियों को सरेंडर नीति के बारे में जानकारी ही नहीं है. ऐसे में विशेष अभियान चला कर उनके परिवार को इसकी जानकारी देने की जरूरत है. इसके साथ ही अभियान के दौरान विशेष रूप से सतर्क रहने को कहा गया है.
रिपोर्ट में इस बात का भी उल्लेख है कि नक्सलियों की स्मॉल एक्शन टीम सरायकेला की तर्ज पर ही दोबारा बाइक से पुलिस टीम पर हमला कर सकती है. उल्लेखनीय है कि 15 जून 2019 को सरायकेला के तिरूलडीह में गश्ती दल पर कुकरू बाजार में नक्सलियों की स्मॉल एक्शन टीम ने हमला कर पांच पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी थी. घटना को अंजाम देने के बाद नक्सली सरकारी हथियार, गोली और वायरलेस सेट सहित अन्य सामान लूटकर भाग गये थे. रिपोर्ट में दुमका में चलाये गये सर्च ऑपरेशन का भी जिक्र है. सर्च ऑपरेशन के कारण दुमका में फिलहाल कोई कैडर या हथियारंबद दस्ता नहीं है.
Posted By : Guru Swarup Mishra