Jharkhand News: एनडीए एवं यूपीए की ओर से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार की घोषणा कर दी गयी है. झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू को जहां राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किया है, वहीं विपक्ष की ओर से यशवंत सिन्हा राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बनाये गये हैं. इन दोनों का झारखंड से रिश्ता रहा है. द्रौपदी मुर्मू झारखंड की पहली महिला राज्यपाल रही हैं, वहीं पूर्व मंत्री यशवंत सिन्हा हजारीबाग से सांसद रहे हैं.
27 जून को करेंगे राष्ट्रपति पद के लिए नामांकन दाखिल
अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में वित्त और विदेश मंत्री जैसी अहम जिम्मेदारी संभाल चुके यशवंत सिन्हा विपक्ष की ओर से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बनाये गये हैं. कांग्रेस के सीनियर लीडर जयराम रमेश ने विपक्षी दलों की बैठक के बाद इसका ऐलान किया. 27 जून को 11:30 बजे वे राष्ट्रपति पद के लिए अपना नामांकन दाखिल करेंगे. भारतीय प्रशासनिक सेवा से ये राजनीति में आये. 6 नवंबर 1937 को पटना में जन्मे यशवंत सिन्हा का लंबा वक्त भारतीय जनता पार्टी के साथ बीता. भाजपा छोड़ने के बाद कई मंच से जुड़े और इस वक्त वह पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस में हैं.
हजारीबाग से रहे हैं सांसद
यशवंत सिन्हा को जून 1996 में उन्हें भारतीय जनता पार्टी का राष्ट्रीय प्रवक्ता बनाया गया. मार्च 1998 में यशवंत सिन्हा को अटल बिहारी वाजपेयी ने देश का वित्त मंत्री बनाया. 22 मई 2004 तक संसदीय चुनावों के बाद नयी सरकार के गठन तक वे विदेश मंत्री रहे. हजारीबाग लोकसभा सीट से वह सांसद भी बने. 2004 में वह हजारीबाग सीट से हार गये. वर्ष 2005 में वह फिर संसद पहुंचे. 13 जून 2009 को उन्होंने भाजपा के उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया.
द्रौपदी मुर्मू एनडीए उम्मीदवार
झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) का राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित कर दिया गया है. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने मंगलवार की रात को इसका ऐलान किया. भाजपा संसदीय दल की बैठक के बाद जगत प्रकाश नड्डा ने इसका ऐलान किया. श्री नड्डा ने कहा कि संसदीय दल की बैठक में इस बात का फैसला किया गया कि किसी आदिवासी को इस बार राष्ट्रपति बनाया जाये. इसलिए संसदीय दल ने झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू को एनडीए का उम्मीदवार बनाने का फैसला किया.
Also Read: JAC 10th Result 2022: किराना दुकानदार की बिटिया रिया ने मैट्रिक में किया झारखंड टॉप, ये है तमन्ना
झारखंड की पहली महिला राज्यपाल रहीं
मूल रूप से ओड़िशा की रहने वाली दो बार विधायक व एक बार राज्यमंत्री के रूप में कार्य कर चुकीं द्रौपदी मुर्मू झारखंड की पहली महिला राज्यपाल के रूप में 18 मई 2015 को शपथ ली थीं. पांच वर्ष का कार्यकाल 18 मई 2020 को पूरा हो गया था, लेकिन कोरोना के कारण राष्ट्रपति द्वारा नयी नियुक्ति नहीं किये जाने के कारण श्रीमती मुर्मू का कार्यकाल का स्वत: विस्तार हो गया था. छह जुलाई को नये राज्यपाल की अधिसूचना जारी होने तक श्रीमती मुर्मू का कार्यकाल छह वर्ष एक माह 18 दिन का रहा. अपने पूरे कार्यकाल में कभी विवादों में नहीं रहीं. बल्कि हमेशा जनजातीय मामलों, शिक्षा, कानून व्यवस्था, स्वास्थ्य को लेकर सजग रहीं.
Prabhat Khabar App: देश-दुनिया, बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस अपडेट, क्रिकेट की ताजा खबरें पढे़ं यहां. रोजाना की ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए प्रभात खबर ऐप.
FOLLOW US ON SOCIAL MEDIA
Facebook
Twitter
Instagram
YOUTUBE
Posted By : Guru Swarup Mishra