रांची, आदित्य कुमार : केंद्र सरकार के एक अध्यादेश के बाद दिल्ली और केंद्र सरकार के बीच तकरार कम नहीं हो रही है. अब केंद्र सरकार के खिलाफ सभी विपक्षी दल को एकजुट करने की कोशिश दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान कर रहे हैं. इसी कड़ी में दिल्ली और पंजाब के मुख्यमंत्री, आप सांसद संजय सिंह समेत अन्य नेताओं ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से गुरुवार को मुलाकात किया. केंद्र सरकार के खिलाफ अब तक अरविंद केजरीवाल को कांग्रेस सहित कई विपक्षी दलों का समर्थन मिला है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से भी इस मुद्दे बात हुई.
केंद्र सरकार के एक अध्यादेश के खिलाफ विपक्ष
बता दें कि दिल्ली सरकार को कोर्ट से अधिकारियों के तबादले का अधिकार मिला था, लेकिन केंद्र सरकार ने एक बिल संसद से पास कर अधिकारियों की ट्रासंफर-पोस्टिंग की जिम्मेवारी वापस लेफ्टिनेंट जनरल (Lieutenant General- LG) को दिया है. जिसके बाद से दोनों सरकार और LG के बीच तनातनी तेज हो गयी है.
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के खिलाफ केंद्र सरकार ने लाया अध्यादेश
झारखंड आये मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि सीएम हेमंत से भेंट कर सकारात्मक चर्चा हुई. उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले सुप्रीम कोर्ट ने फैसला देते हुए कहा कि जनता जो सरकार चुनती है उसे काम करने का पूरा हक मिलना चाहिए. लेकिन, सुप्रीम कोर्ट के आदेश के खिलाफ मोदी सरकार ने एक अध्यादेश लाये, जो सरासर गलत है.
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झारखंड सरकार का मिला समर्थन
अब बिल लोकसभा और राज्यसभा में पेश किया जाएगा. इस अध्यादेश को राज्यसभा में खारिज किया जा सकता है, क्योंकि यहां भाजपा के पास बहुमत नहीं है, लेकिन लोकसभा में भाजपा बहुमत में है. कहा कि सभी विपक्षी दल एकजुट होकर इस बिल को रद्द करा सकते हैं. उन्होंने कहा आज यह बिल दिल्ली के लिए लाया गया है, लेकिन वो दिन दूर नहीं जब वैसा कानून किसी दूसरे राज्य के लोगों के लिए भी ला सकते हैं. इसके लिए झारखंड सरकार ने समर्थन दिया है. इसका मतलब झारखंड की जनता ने समर्थन दिया है. इसके लिए पूरे झारखंड के लोगों का शुक्रिया.
लोकतांत्रिक ढांचे को बचाने के लिए गुरुजी शिबू सोरेन से भी होगी बात
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि केंद्र सरकार के खिलाफ कैसे लोकतांत्रिक तरीके से काम करें इसके लिए संगठन में बात करेंगे. गुरुजी शिबू साेरेन से चर्चा करेंगे कि आखिर लोकतांत्रिक ढांचे को कैसे बचाया जा सके. कहा कि इस देश को अलग करने में बलिदान और योगदान हमारे पूर्वजों ने दिया है. उनकी कुर्बानी का भी मजाक उड़ाने की कोशिश हो रही है. लोकतंत्र को बचाने के लिए सभी को मिलकर काम करने की जरूरत है.
केंद्र सरकार के खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ने की जरूरत
उन्होंने कहा कि दिल्ली देश की राजधानी है. दिल्ली में सभी जगह से लोग पहुंचते हैं, लेकिन वहां जिस तरह से केंद्र सरकार काम कर रही है वो सभी लोगों के लिए घातक है. मुख्यमंत्री केजरीवाल पर जिस तरह से केंद्र सरकार प्रहार कर रही है उसके खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ने की जरूरत है.
लोकतंत्र को बचाने के लिए घूम रहे हैं
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि हम किसी निजी काम को लेकर देश में नहीं घूम रहे हैं. लोकतंत्र को बचाने के लिए घूम रहे हैं. कहा कि जिस तरह से भाजपा काम कर रही है वह लोकतंत्र के लिए घातक है. आपस की लड़ाई चलती रहती है, लेकिन जब देश की बात आती है, तब सभी लोग एकजुट होकर विरोध करें. कहा कि भाजपा जब चुनाव में नहीं जीतती है, तो तोड़-फोड़ की राजनीति कर सत्ता में आती है.