रांची : रिम्स के सभी चिकित्सकों का पद गैर व्यावसायिक है. किसी को निजी व्यवसाय करने की अनुमति नहीं है. रिम्स के निदेशक ने डॉक्टर हेमंत नारायण के मामले में आयकर विभाग को भेजे गये अपने जवाब में इस बात का उल्लेख किया है.
कहा गया है कि आपके पत्र में डॉक्टर हेमंत नारायण पर प्राइवेट प्रैक्टिस से संबंधित सर्वे में प्रोसिडिंग संचालित करने की बात कही गयी है. इस बात का भी उल्लेख किया गया है कि बरियातू स्थित कंप्रिहेंसिव हेल्थ केयर सेंटर और उनके आवास पर सर्वे के दौरान कई प्रकार के दस्तावेज मिले हैं.
आयकर विभाग को लिखे पत्र में इसका भी उल्लेख है कि विभाग द्वारा मांगी गयी सूचना के आलोक में डॉ हेमंत नारायण की नियुक्ति से संबंधित पत्र व शर्तों के अलावा फार्म-16 भी भेजा जा रहा है. इसके अलावा वित्तीय वर्ष 2016-17 से 2020-21 तक डॉक्टर हेमंत नारायण को वेतन भत्ता के रूप में किये गये भुगतान का ब्योरा भी भेजा जा
उल्लेखनीय है कि सितंबर 2018 में आयकर विभाग की ओर से डॉक्टर हेमंत नारायण व उनकी पत्नी डॉक्टर गीता कुमारी के ठिकानों का सर्वे किया गया था. सर्वे के लिए इन दोनों द्वारा दायर किये गये आयकर रिटर्न में वर्णित तथ्यों को आधार बनाया गया था. डॉक्टर हेमंत ने अपने आयकर रिटर्न में 17-18 लाख रुपये की आमदनी का उल्लेख किया था.
उनकी पत्नी ने अपने आयकर रिटर्न में 92-93 लाख रुपये की आमदनी का उल्लेख किया था. उनकी पत्नी गाइनिकोलॉजिस्ट हैं और लंबे समय से रांची सदर अस्पताल में पदस्थापित हैं. सर्वे के दौरान मिले दस्तावेज से इस बात की जानकारी मिली थी कि डॉक्टर हेमंत नारायण प्राइवेट प्रैक्टिस करते हैं. आयकर विभाग ने असेसमेंट के बाद हेमंत नारायण के खाते से 60.20 लाख रुपये की वसूली कर ली. उनकी पत्नी ने 20 लाख रुपये जमा करने के बाद आयकर अधिनियम में निहित प्रावधानों के तहत अपील दायर की है.
रिम्स के सभी चिकित्सकों का पद गैर व्यावसायिक है
किसी भी चिकित्सक को निजी व्यवसाय करने की अनुमति नहीं
Posted By : Sameer Oraon