Jharkhand News: नवंबर माह में विभिन्न देशों से 127 लोग झारखंड पहुंचे हैं. ये झारखंड के विभिन्न जिलों में रहते हैं. ये यात्री तीन नवंबर से लेकर 30 नवंबर के बीच झारखंड आये हैं. स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी यात्रियों की सूची संबंधित जिलों को भेज कर निगरानी में रखने का निर्देश दिया गया है यानी इन यात्रियों को कम से कम 15 दिनों तक कोरेंटिन में रहना होगा. इस दौरान तीन आरटीपीसीआर टेस्ट भी कराना है. ओमिक्रॉन के खतरे के बीच स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है और विदेश से झारखंड आये लोगों की निगरानी रखने का निर्देश दिया है.
स्वास्थ्य विभाग द्वारा कहा गया है कि कोई भी पॉजिटिव पाया जाता है, तो तत्काल उनका सैंपल जीनोम सिक्वेसिंग के लिए भुवनेश्वर भेजा जाये, ताकि कोरोना के वेरिएंट का पता चल सके. झारखंड में चीन, आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, चिली, जर्मनी, यूके, यूएसए,थाईलैंड, वियतनाम, नीदरलैंड, चेक रिपब्लिक, कनाडा, सिंगापुर, कनाडा, फ्रांस जैसे देशों से लोग पहुंचे हैं. जो राज्य के रांची, गोड्डा, जमशेदपुर, बोकारो, धनबाद, गढ़वा जिलों में हैं. विदेश मंत्रालय द्वारा पासपोर्ट के अनुसार पता भेजे गये हैं, जो संबंधित जिलों के हैं.
विभाग द्वारा उपायुक्तों को इन यात्रियों की नियमित रूप से रिपोर्ट भेजने का निर्देश दिया गया है. हालांकि अभी तक किसी जिले से विभाग को रिपोर्ट नहीं दी गयी है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा अभी भी रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है. हालांकि इन यात्रियों के पहले सैंपल की जांच अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट में की जा चुकी है. फिर भी एहतियातन राज्य सरकार को केंद्र सरकार ने नियमित रूप से सर्विलांस पर रखने का निर्देश दिया है.
ओमिक्रोन के संदेह में रिम्स में पिछले एक सप्ताह में पाये गये पॉजिटिव मरीजों का सैंपल जीनोम सिक्वेसिंग के लिए आइएलएस भुवनेश्वर भेजा गया है. वहीं शनिवार को एक निजी अस्पताल में भर्ती कोरोना संक्रमित मरीज का भी सैंपल रिम्स के साथ ही भुवनेश्वर भेजा गया है. रिपोर्ट आने में तीन से चार दिन लग सकते हैं. फिलहाल स्वास्थ्य विभाग रिपोर्ट के इंतजार में है.
कोरोना वायरस के नये वैरिएंट ओमिक्रॉन की आशंका को देखते हुए सदर अस्पताल में टीकाकरण में तेजी आने लगी है. शनिवार को यहां सबसे ज्यादा टीके लगाये गये. सदर अस्पताल में कुल 510 लोगों ने टीका लगवाया. 410 को कोविशील्ड व 100 को कोवैक्सीन की डोज लगायी गयी. इनमें 120 लोगों ने कोविशील्ड की पहली डोज और 290 लोगों ने कोविशील्ड की दूसरी डोज लगवायी. इससे पहले तीन दिसंबर को 453 लोगों का टीकाकरण किया गया था. एक हफ्ते पहले टीकाकरण की गति धीमी थी. लगभग 200 से 250 लोगों का टीकाकरण हो रहा था. अब ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए टीकाकरण की रफ्तार में तेजी आयी है.
Posted By : Guru Swarup Mishra